निशंक न्यूज कानपुर।
कानपुर। हेयर ट्रांसप्लांट से इंजीनियर की मौत के मामले में डॉ. अनुष्का तिवारी की पुलिस कस्टडी रिमांड को मंजूरी मिल गई। बुधवार को सुबह नौ बजे से दोपहर बाद तीन बजे तक अनुष्का की निशानदेही पर क्लीनिक-घर से तमाम सबूत जुटाने की कोशिश होगी। मुकदमा दर्ज होने के बाद पिछले दिनों डाक्टर अनुष्का ने अदालत में समर्पण कर दिया था।
सुबह रिमांड अर्जी देखकर अदालत नाराज
पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए अनुष्का को सुबह तकरीबन दस बजे जेल से कोर्ट पहुंचा दिया गया था। रिमांड पर बहस के दौरान अनुष्का के अधिवक्ता आशुतोष मिश्रा तथा जतिन गौड़ ने ध्यान आकृष्ट कराया कि, रिमांड अर्जी पर एसीपी के दस्तखत नहीं हैं। आधी-अधूरी पत्रावली देखकर सीएमएम कोर्ट ने सख्त नाराजगी जताते हुए पुलिस को फटकार लगाई। दोपहर 2.30 बजे तक औपचारिकताओं को पूर्ण करने की मोहलत मिली तो एसीपी के हस्ताक्षर कराने के लिए विवेचक ने झटपट दौड़ लगाई। शाम चार बजे सुनवाई के बाद अदालत ने 15 घंटे के बजाय छह घंटे के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड को मंजूर करते हुए स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि कस्टडी रिमांड के दरमियान अनुष्का के साथ कोई शारीरिक-मानसिक प्रताड़ना नहीं होनी चाहिए। रिमांड की अवधि समाप्त होने के बाद इस आशय की आख्या भी कोर्ट में उपलब्ध करानी होगी।
अधिवक्ता साथ रहेंगे
अदालत ने 04 जून को छह घंटे की रिमांड मंजूर करते हुए अनुष्का के अधिवक्ता को उचित दूरी बनाकर उपस्थित रहने की छूट मुहैया कराई है। पुलिस का दावा है कि, अनुष्का ने जेल दाखिले के बाद बयान में एम्पायर क्लीनिक में स्वयं हेयर ट्रांसप्लांट करने की बात कबूली है और साक्ष्य उपलब्ध कराने का वादा किया है। दूसरी ओर, अनुष्का के अधिवक्ता आशुतोष मिश्र का कहना है कि, हेयर ट्रांसप्लांट की स्क्रिप्ट फर्जी है। अनुष्का सिर्फ दांतों का इलाज करती थी, विनीत भी दांतों का इलाज कराने आए थे।