विकास वाजपेयी।
बिकरू कांड में कुख्यात विकास दुबे को पुलिस के छापे की सूचना देने का आरोपी दरोगा करीब चार साल बाद दो दिन पहले ही जेल से छूटा। इसकी शहर में चर्चा थी कि रविवार को एक दारोगा द्वारा दीनू उपाध्याय के वांछित अारोपी को पुलिस की दबिश की सूचना देने का मामला सामने आ गया। दारोगा ने पहले वांछित को पुलिस की दबिश की सूचना दी फिर पुलिस अधिकारियों के साथ खुद भी वांछित के घर तलाशी लेने का ड्रामा करता रहा। सीसीफुटेज में दारोगा की हरकत कैद होने के बाद पुलिस आयुक्त ने इस घटना को बहुत गंभीरता से लिया है। इस मामले की जांच डीसीपी को सौंपी गई है। आरोपी दारोगा पर जल्द कार्रवाई किये जाने की बात कही जा रही है।
वांछित का मुखबिर दारोगा आदित्य वाजपेयी निलंबित
दीनू उपाध्याय के वांछित साथी अनूप शुक्ला के लिये पुलिस की मुखबिरी करने वाले दारोगा आदित्य वाजपेयी को देर रात निलंबित कर दिया गया। दारोगा आदित्य के साथ ही उसके हमराह सिपाही विजय राज को भी निलंबित कर दिया गया। इन दोनों का नाम वांछित की मदद करने और पुलिस द्वारा दबिश मारने की सूचना वांछित को देने के मामले में सामने आने के बाद पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने इसकी जांच एसीपी कर्नलगंज को सौंपी थी। बताया गया है जांच रिपोर्ट आने के बाद दारोगा व उसके हमराह को रविवार की देर रात निलंबित कर दिया गया।
एसीपी की अगुवाई में छापा मारने पहुंची थी टीम

जानकार पुलिस सूत्रों की मानी जाए तो पुलिस ने दीनू के फरास साथियों की गिरफ्तारी के प्रयास तेज किये इस क्रम में दीनू के खास साथी अनूप शुक्ला के घर छापा मारने की तैयारी की गई थी। करीब दस दिन पहले पुलिस को अपने खास लोगों से सूचना मिली थी कि अनूप अपने घर आने वाला है इसके बाद तैयारी की गई की एसीपी कर्नलगंज की अगुवाई में छापा मारा जाएगा और टीम के साथ कोहना थाना प्रभारी रहेंगे जबकि जिस स्थान पर छापा मारने की तैयारी की जा रही थी वह नवाबगंज थानाक्षेत्र में आता है। पुलिस जब छापा मारने पहुंची इसके पहले ही अनूप यहां से जा चुका था। पुलिस असमंजस में थी कि हुआ क्या सूनचा सटीक थी इसके बाद भी वांछित अनूप यहां से निकल कैसे गया।
सीसी कैमरे तलाशे तो खुला भेदिया

सटीक सूचना लीक होने के बात को गंभीरता से लेकर पुलिस ने रास्ते में लगे सीसी फुटेज चेक कराए तो पुलिस की आंख फटी की फटी रह गईं। इस बीच एक फुटेज वायरल हुआ। निशंक न्यूज वायरल वीडियो की पुष्टि तो नहीं करता है लेकिन पुलिस सूत्रों की मानी जाए तो वायरल फुटेज में साफ दिख रहा है कि अनूप शुक्ला अपने घर के बाहर ट्राली बैग लेकर किसी बाइक सवार से बातचीत कर रहा है। इसी दरमियान, नवाबगंज थाने की जागेश्वर मंदिर चौकी के प्रभारी आदित्य बाजपेई अपने हमराह सिपाही विजयराज के साथ बाइक से पहुंचकर अनूप को भागने का इशारा करते हैं। इशारा समझकर अनूप शुक्ला तुरंत अपने घर के दाएं पहली गली से निकल जाता है। इसके बाद दबिश देने के लिए पुलिस फोर्स पहुंचती है। पुलिस के पहुंचते ही वांछित का मुखबिर दारोगा आदित्य बाजपेई और विजयराज एसीपी और नवाबगंज तथा कोहना इंस्पेक्टर के सामने अपनी कर्तव्य निष्ठा दिखाने के लिये दबिश में आगे-आगे चलने का ड्रामा करते हैं। यही नहीं दारौगा आदित्य आगे -आगे रहकर अनूप शुक्ला के घर का चप्पा-चप्पा भी खुद ही छानने का दिखावा भी करता है। खुद आदित्य ने आगे बढ़कर छाना था।
कुछ पुलिस कर्मी कर रहे दीनू की मदद
पुलिस अधिकारियों को सूचना मिली थी कि कानपुर में तैनात एसीपी व इंस्पेक्टर रैंक के कुछ पुलिस कर्मियों के साथ ही करीब आधा दर्जन सिपाही दीनू व उसके खास लोगों की मदद कर रहे हैं। इसके बाद इन पुलिस कर्मियों की गुपचुप जांच कराई जा रही है। जल्द ही दीनू के मददगार कुछ लोगों को पर कार्रवाई की जा सकती है। इधर दीनू के खास अनूप शुक्ला को भगाने के मामले में दारोगा आदित्य बाजपेई और सिपाही विजयराज की जांच एसीपी कर्नलगंज अमित चौरसिया को सौंपी गई है।