पुलिस की कमेटी करेगी संदीप प्रकरण की जांच बढ़ सकती हैं मुश्किलें

विकास वाजपेयी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कानपुर दौरे के दौरान एयरपोर्ट पर भाजपा के कार्यकर्ता व पूर्व हिस्ट्रीशीटर संदीप ठाकुर के उनसे मिलने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिस की एक टीम इस पूरे प्रकरण की जांच करेगी कि संदीप का नाम प्रधानमंत्री से मिलने वालों की सूची में किसकी सिफारिश पर शामिल किया गया और आखिर वह क्या परिस्थितियां थीं जिसमें संदीप ठाकुर की हिस्ट्रीसीट को बंद किया गया। पुलिस गलियारे में यह भी चर्चा है कि पुलिस की जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर संदीप की दोबारा हिस्ट्रीसीट भी खुल सकती है।

पुलिस सूत्रों की मानी जाए तो संदीप ठाकुर के अलावा अन्य कुछ लोगों के संबंध में भी बारीकी से जांच की जा रही है जो लोगों की तीस मई को कानपुर प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात हुई थी। इस मामले को लेकर जहां विपक्ष तूल दे रहा है, वहीं पुलिस ने भी अंदरूनी तौर पर इस मामले में जांच शुरू कर दी है।

सपा के एक्स एकाउंट पर की गई थी मुलाकात पर टिप्पणी

बर्रा विश्वबैंक में रहने वाले संदीप ठाकुर 30 मई को प्रधानमंत्री की जनसभा के बाद उन्हें चकेरी एयरफोर्स स्टेशन पर विदा करने के लिए भाजपा नेताओं के साथ पहुंचे थे। इस दौरान संदीप ठाकुर ने प्रधानमंत्री के साथ फोटो भी खिंचवाई। संदीप ने इस तस्वीर को अपने फेसबुक अकाउंट से पोस्ट कर दिया।

संदीप के पीएम के साथ तस्वीर पोस्ट करते ही विपक्ष यानी समाजवादी मीडिया सेल ने अपने एक्स अकाउंट से पोस्ट करते हुए लिखा कि मोदी जी बताएं कि अपराधियों के साथ क्यों हैं? इसके साथ ही भाजपा पर निशाना साधते हुए अन्य बातें लिखीं।

तत्कालीन एसएसपी अनंत देव तिवारी के समय नष्ट की गई थी हिस्ट्रीसीट

एडिशनल सीपी आशुतोष कुमार ने बताया कि संदीप ठाकुर की हिस्ट्रीशीट की जांच के लिए एक कमेटी गठित की गई है। कमेटी जांच के बाद अपनी रिपोर्ट देगी। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी। कानपुर के तत्कालीन एसएसपी अनंत देव तिवारी के आदेश पर संदीप ठाकुर की हिस्ट्रीशीट नष्ट की गई थी। तिवारी ने 1 नवंबर 2019 को पहले संदीप के हिस्ट्रीशीट की निगरानी खत्म करने का आदेश दिया। संदीप की हिस्ट्रीशीट 2019 में खत्म की गई तो आदेश में लिखा था कि संदीप ने 2007 के बाद से कोई अपराध नहीं किया है। जबकि 2007 के बाद से कई मुकदमें दर्ज हैं। जांच में सामने आया है कि संदीप के खिलाफ मौजूदा समय में 16 मुकदमें दर्ज हैं। इनमें 4 मुकदमें ट्रायल पर हैं। 5 मुकदमों में वह दोषमुक्त हो गया है।

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