निशंक न्यूज कानपुर
कानपुर। भीषण गर्मी और उस पर नौतपा भी शुरू हो गया है। इस भीषण गर्मी में लू की चपेट में बच्चो से लेकर बुर्जुग तक अस्पताल तक पहुंच रहे हैं। ऐसे में बच्चों को गर्मी से बचाकर स्वस्थ्य रखना है तो घर के बड़े लोगों को खास ऐतिहात बरतनी चाहिये पहला तो यह कि इस मौसम में बच्चों को लेकर घर से बाहर निकलें। हैलट अस्पताल में गर्मी से होने वाली बीमारी से पीड़ित लोगों के आने की सख्या बढ़ी है।
घर के एसी का तापमान चौबीसे कम कतई न रखें

प्रमुख बाल रोग विशेषज्ञ डाक्टर अजय वाजपेयी का कहना है कि हर साल नौतपा आता है। इस गर्मी से बच्चों को बचाने के लिये घर के बड़ों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है माता-पिता को ध्यान रखना चाहिये कि उनके लिये अपनी सुविधा से ज्यादा बच्चों का स्वस्थ्य रखना भी बहुत जरूरी है। सामान्यतः देखा जाता है कि बड़ों को गर्मी ज्यादा लगती है ऐसे में वह घर में लगे एसी को 18 तथा 20 प्वांइट पर चलाकर सोते हैं जो बच्चों के लिये नुकसान दायक हो सकता है वह ध्यान रखें कि बच्चा साथ में सो रहा है तो एसी का तापमान 24 से 27 के बीच ही रखें कम तापमान में एसी चलने से बच्चे के बीमार होने की संभावना बहुंत ज्यादा बढ़ जाती है।
बच्चों को धूप में घऱ से बाहर न ले जाएं
बाल रोग विशेषज्ञ डाक्टर अश्वनी शुक्ला तथा डाक्टर अजय वाजपेयी का कहना है कि इस गर्मी से बच्चों को बीमार होने से बचाने के लिये एक बात का ध्यान जरूर रखा जाए कि बच्चों को दोपहर के समय कतई घर से लेकर बाहर न निकलें क्योंकि ऐसे में बच्चे को गर्मी लगने की संभावना ज्यादा होती है। इस बात का भी ध्यान रखना चाहिये की गर्मी के कारण बच्चों को घर में ठंडी वस्तुएं कतई न खिलाएं यह बच्चों को ठंढक पहुंचाने के बाजए नुकसान ज्यादा कर सकती है।
खूब पानी पिये खाली पेट कतई न रहें
प्रमुख डाक्टरों का कहना है,इस गर्मी में जरूरत पर ही घर से निकले लू के बचाव के लिए पानी का छिड़काव ,प्याऊ का इंतजाम सुनिश्चित किया गया है।सुनिश्चित करना चाहिये कि हर व्यक्ति खूब पानी पिएं और खाली पेट न रहें। लू से बचाव के लिए ढीले, हल्के रंग के कपड़े पहनें और धूप में निकलने से बचें। अगर आपको बाहर जाना जरूरी है तो सुबह जल्दी या शाम को बाहर निकलें। दोपहर के समय धूप बहुत तेज होती है और लू लगने का खतरा ज्यादा रहता है। ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहनें ताकि आपकी बॉडी को हवा मिल सके और पसीना सूख सके। सिर को ढककर रखें इसके लिए सिर को टोपी या किसी कपड़े से ढके। धूप में निकलने से पहले सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें, ताकि आपकी त्वचा धूप से सुरक्षित रहे। गर्मी में शराब और सिगरेट से दूर रहे।
लू लगने के लक्षण व बचाव
उल्टी, पेट में दर्द ,पेट का खराब होना , सिरदर्द, या तेज बुखार होना है तो तुरंत किसी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र में जाएं। वैसे लू लगने पर प्रारंभिक उपचार आप कर सकते हैं ।ठंडे पानी से स्नान करें ताकि शरीर का तापमान कम हो सके। ठंडा पेय पदार्थ पिएं जैसे कि नींबू पानी, छाछ या फल का रस पिएं। गर्मी के दौरान ठंडे और हल्के भोजन का सेवन करें। लू के दौरान गर्म या भारी भोजन करने से बचें, बल्कि ठंडे और हल्के भोजन का सेवन करें।