निशंक न्यूज।
कानपुर। श्री राम सेवा समिति की तरफ से मालवीय पार्क हरबंश मोहाल में आयोजित श्री मद्भागवत कथा के तीसरे दिन कथा वाचक दीपक कृष्ण महराज ने कहा कि खाने में तो सभी आनंद लेते हैं अगर खाने के बजाए खिलाने में आनंद लिया जाए तो भगवान सब पूरा करते हैं। श्रीमद्भागवत कथा के तृतीय दिवस पर वृन्दावन धाम से पधारे पंडित दीपक कृष्ण जी महाराज द्वारा घ्रुव चरित्र से कथा का वर्णन करते हुए बताया कि भक्ति करने की कोई उम्र नहीं होती।
उन्होंने भरत जी की कथा का जिक्र करते हुए कहा कि अपने तीसरे जन्म में भरत जी बस भगवान में रम गये। उन्हें भाईयों ने खड़ी फसल की रखवाली करने के काम में लगाया और डंडा देकर कहा कि किसी भी जानवर को फसल खाने न दें तो फसल की रखवाली कर रहे भरत जी के मन में आया कि खाना देने वाला भगवान खिलाने वाला भगवान मुझे भी भगवान ने जन्म दिया और फसल खाने के लिये आने वाले चिड़िया या अन्य जानवर हैं उन्हें भी भगवान ने ही जन्म दिया तो मैं इन्हें खाना खाने से क्यों रोकू। इसके बाद चिड़िया अथवा अन्य पशु फसल खाते रहे और भरत जी इन्हें खाते देखकर आनंद लेते रहे। हर व्यक्ति को स्वयं खाने से ज्यादा दूसरे को खिलाने में आनंद लेना चाहिये जो दूसरे को खिलाने में आनंद लेता है उसे भगवान भी आनंदमयी जीवन प्रदान करते हैं।

जब जीव के मन में भगवान को पाने की लगन लग जाए तब ही वो भगवान को प्राप्त कर सकता है भक्त प्रहलाद की भक्ति से प्रसन्न होकर भगवान खंभे को फाड़कर प्रकट हो गए और हिरण्यकशिपु का उद्धार किया जिस परिवार में भगवान का एक भी भक्त पैदा हो जाता है उसकी 21 पीढ़ियां मुक्त हो जाती है।
समुद्र मंथन से सर्वप्रथम विष निकला जिसे भगवान शंकर ने ग्रहण कर अपने कंठ में स्थान दिया और नीलकंठ महादेव कहलाए
भगवान ने देवताओं का कार्य सिद्ध करने के लिए वामन अवतार धारण किया और राजा बलि से तीन पग भूमि के माध्यम से उसके पाप ताप और संताप का हरण कर लिया भक्तों ने वामन भगवान की सुन्दर झांकी का दर्शन किया
इस अवसर पर पत्रकार विवेक खरे, पंकज त्रिवेदी, विकास वाजपेयी, बबलू जायसवाल,मयंक गुप्ता, अनिल मिश्रा, मनोज बाजपेई, विपिन दीक्षित, दिनेश तिवारी, विनोद शुक्ला, संजय सविता, दिवांशु वर्मा आदि सैकड़ों भक्त उपस्थित रहे।
