अमित गुप्ता।
देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर उर्सला अस्पताल के डाक्टर भी सर्तक हो गये है। एक तरफ डाक्टर लोगों को सर्तक रहने के साथ ही भीड़भाड़ वाले स्थान से बचने की सीख दे रहे है। वहीं आम लोग इसको लेकर बेपरवाह है। शहर के प्रमुख उर्सला अस्पताल में कौरोना जांच के लिए शासन से कीट मांगी गयी है। इस उर्सला अस्पताल में ही उपचार के लिए पहुंचे मरीजों में कौरोना का कोई भय नहीं देखा गया। यहां अपना पर्चा बनवाने के लिए मरीज एक दुसरे से सट के खड़े होने से भी परहेज नही कर रहे है।
चार हजार के करीब पहुंची कोरोना पीड़ितों की संख्या
शहर के बीचो-बीच स्थित उर्सला अस्पताल यहां पर अभी भी हालत जस की तस है जहां एक तरफ देश में कोरोना मरीजों की संख्या 4000 का आंकड़ा पार कर चुकी है वहीं अस्पतालों की माने तो शासन द्वारा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है इस विषय पर अस्पताल के सीएमएस डॉ बीसी पाल से बात तो उन्होंने बताया की कानपुर में अभी करोना के ज्यादा केस नहीं निकले हैं फिर भी उनका कहना है मास्क लगाए , से हाथों में सैनिटाइजर करें , भीड़ भाड़ वाले इलाकों से थोड़ा सा दूरी बनाकर रहें।
शासन से की गई कोविड एंटीजन किट की डिमांड
सीएमएस ने बताया जो करोड़ों के संभावित रोगी होंगे उनका कॉविड एंटीजन टेस्ट की किट की डिमांड कू है उसे किट के आ जाने के बाद अस्पताल में व्यवस्थित का काउंटर बनाकर संभावित कोरोना पेशेंट की जांच करी जाएगी और पॉजिटिव निकलने पर उनको उनके ही घर में आइसोलेट करके रखा जाएगा और यदि अगर कोई सीरियस कैसे आते हैं तो सीएमओ साहब शहर के जिस हॉस्पिटल को चिन्हित करेंगे करोना मरीजों को वहा पर एडमिट कर उनका इलाज किया जाएगा ।
पहले पर्चा बनवाने की होड़ में भूले सतर्कता
वहीं पर हमने अस्पताल की व्यवस्था को देखा तो परीक्षा बनवाने की लाइन में सैकड़ो लोग एक दूसरे से शर्ट के भीड़ लगाकर खड़े हुए हैं जबकि मौके पर अस्पताल की सिक्योरिटी द्वारा उनको दूर किया जा रहा लेकिन उसके बावजूद वह मानने को तैयार नहीं है और आपस में दूरी ना रखते हुए और मास्क न लगाकर अपनी मनमर्जी कर रहे हैं जबकि अस्पताल में एंट्री करने पर मास्क लगाकर एंट्री करना चाहिए और भीडभाड़ से दूर रहकर क्रमानुगत लाइन से लगकर दवा या पर्चा ले लेकिन जनता इन सब बातों को मानने के लिए तैयार नहीं है हालात जस के तस है ।