निशंक न्यूज।
कानपुर देहात। गर्भवती बहन की सहायता के लिये उसके घर आई नाबालिग को अपने जीजा से प्रेम हो गया। जीजा भी अपनी साली के प्रेम जाल में ऐसा फंसा कि वह अपनी मर्यादा भी भूल गया और हर हाल में साली के साथ रखने की बात करने लगा। यह बात परिवार के लोगों को पता चली तो इन लोगों ने भी आपत्ति की और घर से जुड़े समाज के लोग भी इस प्रेम के विरोध में थे। परिवार के लोगों ने नाबालिग साली को उसकी बहने के घर से बुलाकर एक करीबी के यहां भेज दिया तो प्रेम में पागल जीजा यहां भी पहुंच गया और यहां से दोनों भाग लिये और दोनों ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। जीजा साली के शव गुरुवार को मूसानगर थानाक्षेत्र में एक जंगल में पाए गये तो पुलिस ने यहां मिले आधार कार्ड के आधार पर पहचान कर दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेजा।
जीजा साली के थे मूसानगर के जंगल में मिले शव
गुरुवार को जनपद देहात के मूसानगर थानाक्षेत्र के किशवा दुरौली गांव के पास जंगल में युवक-युवती के शव मिले थे। शवों के कुछ हिस्सों को जंगली जानवरों ने नोचने का भी प्रयास किया था। इसकी जानकारी मिलते ही कानपुर देहात की पुलिस अधीक्षक श्रद्धा नरेंद्र पांडेय ने जल्द से जल्द इनकी शिनाख्त कर घटना की तह तक पहुचने के आदेश दिये थे। यहां युवक के पास से मिले आधार कार्ड के आधार पुलिस ने दो अक्तूबर को मिले शवों में युवक की पहचान राजपुर के खऱतला गांव में रहने वाले उमाकांत (23) के रूप में की। पुलिस यहां पहुंची तो पता चला कि वह 25 सितंबर से घर से लापता था। इसके साथ ही उसकी रिश्ते की साली भी इसी दिन से घर से गायब है। इसके आधार पर यहां मिले किशोरी के शव की पहचान उमाकांत की साली के रूप में की गई। शव कई दिन पुराने होने से सड़ गल चुके थे।पुलिस की जांच में सामने आया कि 25 सितंबर को उमाकांत अपनी रिश्ते की साली से मिलने देवराहट पहुंचा था। वहां साली ने अपने घर जाने की जिद की और जीजा उमाकांत के साथ निकल गई। इसके बाद दोनों अपने-अपने घर नहीं पहुंचे। दो अक्तूबर को किशवा दुरौली गांव के बाहर जंगल में दोनों के शव मिलेय़
पुलिस ने नहीं दर्ज की किशोरी की गुमशुदगी, थाना प्रभारी निलंबित
बताया गया है कि किशोरी व उसके जीजा दोनों के लापता होने पर सूचना पुलिस को दी गयी थी। किशोरी के परिजनों का कहना था कि किशोरी के लापता होने पर उन लोगों ने तुरंत ही सूचना देवराहट थाना पुलिस को दी थी लेकिन देवराहट पुलिस ने किशोरी के लापता होने की घटना को गंभीरता से नहीं लिया। पूरे जनपद में मिशन शक्ति को लेकर लगातार कार्यक्रम किये जाने के बाद देवराहट थाना प्रभारी ने किशोरी को तलाश करना तो दूर उसकी गुमशुदगी तक नहीं दर्ज की। इसी तरह उमाकांत की पत्नी ने मूसानगर थाने में पति के लापता होने की सूचना दी थी। मूसानगर पुलिस ने भी इसे गंभीरता से नहीं लिया। किशोरी की गुमशुदगी न दर्ज करने की बात को घोर लापरवाही मानकर पुलिस अधीक्षक श्रद्धा नरेंद्र पांडेय ने देवराहट के थाना प्रभारी सुनील तिवारी को निलंबित कर दिया।
थाना प्रभारी ने की घोर लापरवाही, निलंबित
इस संबंध में कानपुर देहात की पुलिस अधीक्षक श्रद्धा नरेंद्र पांडेय ने कहा कि इस घटना में देवराहट क्षेत्र से लडक़ी लापता हुई थी। थाना प्रभारी देवराहट को किशोरी के लापता होने की तहरीर दी गई थी। लेकिन थाना प्रभारी ने सूचना तक नहीं दर्ज की साथ ही नाबालिग के लापता होने की घटना को गंभीरता से नहीं लिया गया ना ही इस बात की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई। इस लापरवाही पर देवराहट थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। ये प्रेम प्रसंग का मामला था। दोनों ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली है।