आलोक ठाकुर
कानपुर में गांजा की सप्लाई करने वाले पांच लोगों को गिरफ्तार कर कर्नलगंज पुलिस ने मादक पदार्थ तस्करों के बड़े गिरोह का खुलासा किया है। यह तस्कर महोबा के रहने वाले हैं और बिहार से माल लाने के बाद इसे कानपुर व आसपास के जनपदों में बेंचते थे। पकड़े गए तस्करों से पुलिस को शहर में मादक पदार्थ बिक्री करने वाले कुछ लोगों के नाम पता चले हैं जिनकी गिरफ्तारी के लिये पुलिस ने अपना संजाल सक्रिय किया है। पुलिस का मानना है कि शहर में नशे का कारोबार करने वाले कुछ अन्य लोगों को भी जल्द गिरफ्तार कर कानपुर से इनका नेटवर्क तोड़ा जाएगा।
अपने सूत्रों से इंस्पेटकर को मिली थी जानकारी
बताया गया है कि कर्नलगंज थाना प्रभारी रवींद्र श्रीवास्तव को अपने संपर्क सूत्रों से जानकारी मिल रही थी कि रोडवेज बस से कुछ संदिग्ध लोग आते हैं जो कर्नलगंज व आसपास के इलाके में गांजा अथवा चरस की सप्लाई करते हैं। इसके बाद थाना प्रभारी ने एसीपी योगेश कुमार को जानकारी देने के बाद तस्करों की धरपकड़ के लिये आपरेशन शुरू किया और सटीक सूचना पर इन तस्करों में पांच लोगों को जीआईसी मैदान के पास से दबोच लिया यह तस्कर माल की सप्लाई करने के लिये कानपुर आये थे और कर्नलगंज क्षेत्र में रहने वाले एक युवक को माल देने के लिये जीआईसी मैदान के पास बुलाया था।
पकड़े गये तस्करों में चार महोबा के रहने वाले
पुलिस की पड़ताल में सामने आया कि शहर में मादक पदार्थ की सप्लाई करने वाले तस्करों में चार महोबा के रहने वाले हैं औऱ एक बिहार का रहने वाला है इन तस्करों पर पहले भी कई मुकदमें दर्ज हो चुके हैं लेकिन इनमें मादक पदार्थ का तस्करी का मुकदमा नहीं था यह चारों अन्य तरीके का भी अपराध करते थे।
बस यात्री बनकर बिहार से लाते थे गांजा
पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि यह तस्कर बस यात्री बनकर बिहार से गांजा तथा चरस आदि यहां लाते थे। तस्कर कपड़े रखने वाले बैग में कपड़ों के बीच में गांजा छिपाकर चलते थे जिससे किसी को इनपर संदेह नहीं होता और वह सामान्य बस यात्री बनकर आराम से सफर कर लेते थे। कई बार बिहार के युवक कानपुर आकर माल की खेप कानपुर में आकर यहां तस्कर को देते थे इसके बाद वह अपने खऱीदार को माल पहुंचा देते थे।