बकरा मंडी में रौनक, बिकने को आए देशी-विदेशी नस्लों के बकरे, भैंसे, साढ़े पांच लाख का पड़वा बना आकर्षण का केंद्र

बकरा मंडी में आए खरीदार।

कानपुर, निशंक न्यूज

मुस्लिमों के प्रमुख त्योहार ईद-उल-अजहा (बकरीद) के चलते कानपुर की बकरा मंडी में खूब रौनक रही। शहर के जाजमऊ क्षेत्र स्थित गल्ला गोदाम एसटीआई परिसर में लगने वाली मंडी में देशी और विदेशी नस्लों के बकरे, भैंसे और पड़वे बड़ी संख्या में बिक्री के लिए लाए जा रहे हैं। बकरीद से पहले यह मंडी खरीदारों और व्यापारियों की चहल-पहल से गुलजार हो उठी।

नदीम तारिक ने खरीदा सबसे महंगा पड़वा

नदीम तारिक

इस बार मंडी में खास आकर्षण का केंद्र रहा एक शानदार पड़वा जिसे मदरसा मकदूम दादा मियां के लिए नदीम तारिक ने खरीदा। इस पड़वे की कीमत 5 लाख 50 हजार रुपये रही, जो अब तक का सबसे महंगा विक्रय माना जा रहा है। यह जानवर अपनी लंबाई, वजन और सुंदर बनावट के कारण खरीदारों के बीच चर्चा का विषय बना रहा।

मंडी में रहे बेहतरीन इंतजाम

इस बार मंडी में प्रशासन और स्थानीय लोगों के सहयोग से बेहतरीन इंतजाम किए गए। धूप से बचने के लिए छाया के पुख्ता इंतजाम किए गए, पानी की उपलब्धता और सफाई की व्यवस्था भी पहले की तुलना में काफी बेहतर रही। मंडी में खरीदारी करने आए लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए स्थान-स्थान पर मार्गदर्शक और सहयोगी दल तैनात किए गए हैं।

12 से 20 हजार तक बकरे, 18 से 30 हजार तक में बिके पड़वे

मंडी में बकरों की कीमत नस्ल, वजन और उम्र के आधार पर तय की जा रही है। सामान्य बकरों की कीमत 12 हजार रुपये से शुरू होकर 20 हजार रुपये तक देखी गई, जबकि भारी भरकम और खास नस्ल के पड़वे 18 हजार से लेकर 30 हजार रुपये तक बिके। सभी आर्थिक वर्गों के लिए यहां विकल्प उपलब्ध रहे। छोटे, मध्यम और बड़े वजन वाले बकरे, जिससे गरीब और अमीर दोनों ही वर्ग के लोग अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार खरीदारी कर सकें।

कई जिलों से आए खरीददार

मंडी में सिर्फ कानपुर ही नहीं, बल्कि उन्नाव, फतेहपुर, हरदोई, इटावा और आसपास के जिलों से भी बड़ी संख्या में व्यापारी और ग्राहक पहुंचे हैं। खरीददार लियाकत अली ने बताया कि इस बार सरकार और क्षेत्रीय लोगों ने मिलकर मंडी को सुविधाजनक बनाया है, जिससे भीड़ के बावजूद किसी प्रकार की अफरा-तफरी नहीं देखने को मिल रही है। इसी से बाजार में कारोबार भी चरम पर रहा। आने वाले दिनों में इस मंडी की रौनक और भी बढ़ने की उम्मीद है।

लियाकत अली

इन स्थानों पर लगी हैं बाजारें

पशुओं की बाजारें जाजमऊ, हलीम मुस्लिम के मैदान, विजयनगर और गंगा पार में लगी हैं। लोग यहां मोलभाव करते रहे और जो उनको कुर्बानी के लिए बकरा पसंद आया उसे किसी भी कीमत पर खरीदा। बकरीद के पर्व को लेकर मुस्लिम समुदाय में उत्साह का माहौल है। लोग कपड़ों की खरीदारी के साथ-साथ खाने पीने की सामग्री भी खरीद रहे हैं।

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