निशंक न्यूज कानपुर
कानपुर देहात में एक ऐसा मामला सामने आया जिसमें युवक व युवती ने समारोह में शादी नहीं लेकिन मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का लाभ ले लिया। इतना ही नहीं फर्जी तरीके से योजना का लाभ लेने वाले परिवार ने प्रशासन की तरफ से योजना में दिये गये सामान को खराब बताकर इसपर उंगली भी उठाई। मामला संज्ञान में आने पर जांच की गई तो युवक युवती द्वारा समारोह में शादी न करने की बात सामने आई इसके बाद युवक व युवती सहित दोनों के घर वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। घालमेल का यह मामला कानपुर देहात के सिकंदरा थानाक्षेत्र का बताया जा रहा है।
मार्च में प्रशासन ने कराया था सामूहिक विवाह कार्यक्रम
राजपुर नगर पंचायत में एक मार्च को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया था। जिसमें रसूलाबाद के तुलसी नगर में रहने वाली मुस्कान और गोपाल का पंजीकरण हुआ था। समारोह के दौरान वर-वधू पक्ष ने विवाह की रस्में पूरी करने से मना करते हुए कहा था कि वह सिर्फ योजना का लाभ लेने आए हैं। शादी आने दिनों में 25 अप्रैल को करेंगे। वहीं वधू की मां ने सरकारी गहनों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए थे।
प्रभारी मंत्री के संज्ञान में आया मामला तो हुई जांच
बताया गया है कि यह मामला जिले के प्रभारी मंत्री संजय निषाद ने संज्ञान लिया। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए मामले की जांच कराकर कार्रवाई करने की बात संबंधित अधिकारियों से कही। इसके बाद अधिशासी अधिकारी ने जांच की तो मामला सही पाया गया। इस पर वधू मुस्कान, उसके पिता सत्यपाल, दूसरे पक्ष से गोपाल और उसके पिता पप्पू के खिलाफ राजपुर थाने में धोखाधड़ी समेत कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। थानाध्यक्ष ने बताया कि समाज कल्याण अधिकारी की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की विवेचना की जा रही है।
दोनों पक्षों से की जाएगी नियम के अनुसार वसूली
समाज कल्याण अधिकारी गीता सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना गरीब परिवारों की मदद के लिए है। इसमें फर्जीवाड़ा करने वाले रसूलाबाद के प्रकरण की जांच कराई गई तो पता चला वर-वधू दोनों पक्ष सिर्फ योजना का लाभ लेने आए थे उन्होंने शादी नहीं की। ये तथ्य सही पाए गए। मामले में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। दोनों पक्षों से नियमानुसार वसूली की जाएगी।