निशंक न्यूज कानपुर।
कानपुर कमिश्नरेट के सीसामऊ थानाक्षेत्र में मकान की खरीद फरोख्त करने वाले युवक ने पुलिस के निशाने पर चल रहे अधिवक्ता दीनू उपाध्याय के नाम का दबाव बनाकर एक व्यक्ति से मकान बेचने में कमीशन के नाम पर छः लाख रुपये की रंगदारी मांगी। पैसा देने से मना करने पर आरोपियों ने मकान मालिक के कचहरी में घेरकर धमकाया। पिंटू सेंगर हत्याकांड में दीनू के जेल जाने के बाद मकान मालिक ने पुलिस की शरण ली और इसके बाद पुलिस ने इस मामले में दीनू उपाध्याय सहित करीब एक दर्जन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। सीसामऊ का पुश्तैनी मकान बेचने के लिए इधर-उधर संपर्क किया, इसी दरमियान सौदा पक्का हुआ तो रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कर लिया।
मकान बिकवाने के नाम पर मकान मालिक के संपर्क में आया था
सीसामऊ थानाक्षेत्र के गांधीनगर में रहने वाले अभिषेक मिश्र पुलिस को बताया कि उनके पिता अवधेश तथा चाचा आदि पुश्तैनी मकान बेचना चाहते थे। इसके लिये उन लोगों ने कई लोगों से संपर्क किया जिसमें क्षेत्र में मकान की खरीद बिक्री कराने वाले लोगों से भी मुलाकात की। कुछ लोगों ने मकान स्वयं भी देखा और कुछ लोगों को भी दिखाया लेकिन कोई खरीदार नहीं ला सका। पुलिस को बताया गया कि इस दौरान मकान मालिक ने अपने लोगों से बात कर अजय नाम के व्यापारी से आधे मकान का सौदा कर लिया। अजय ने अपने मिलने वाले पंकज गुप्ता से आधे हिस्से के लिए सौदा पक्का करा दिया। जब वह लोग पिछले साल अक्टूबर में अजय-पंकज के साथ रजिस्टर्ड एग्रीमेंट करने कचहरी पहुंचे तो लौटते वक्त रवि पाण्डेय नामक युवक ने मकान के सौदे के कमीशन के रूप में पैसे की मांग की लेकिन पैसा देने से मना करने पर रवी व उसके साथी घर पहुंच गए रवी अपने को अधिवक्ता बता रहा था।
घर में जाकर मांगी कमीशन में लाखों की वसूली
पुलिस को बताया गया कि घर में पहुंचे रवि ने उन लोगों को धमकाया कि कमीशन 10 लाख रुपए तो देने ही पड़ेंगे। जब मकान अपने संपर्कों से बेचने की बात कही गई तो इन लोगों ने साफ कहा कि मकान बेंचने पर कमीशन को देना ही पड़ेगा क्योंकि वह लोग भी मकान बिकवाने के प्रायस में लगे थे। पुलिस को बताया गया कि रवि पाण्डेय तथा उसके साथियों ने धमकाना शुरू कर दिया। इससे घबराकर मिश्रा परिवार ने छह लाख देने की रजामंदी करते हुए तत्काल दो लाख रुपए अदा किये और चार लाख के लिए मोहलत मांगी।
रवि ने दीनू को बुलाकर धमकाया और वसूली को कमीशन लिखवाया
आरोप है कि रंगदारी को कमीशन साबित करने के लिए इन लोगों ने एक बार फिर कचहरी बुलाया यहां दीनू उपाध्याय के खास नीरज दुबे के चैंबर में स्टांप पर छह लाख की बतौर कमीशन लिखा-पढ़ी करने का दबाव बनाया। ऐसी लिखापढ़ी से मना किया तो रवि पाण्डेय ने दीनू उपाध्याय को बुलाकर दबाव बनाया और 10 रुपए के स्टांप पर छह लाख बतौर कमीशन अदा करने की बात लिखकर हस्ताक्षर करा लिये। जिसमें अजय व गोपाल गुप्ता को गवाह बनाया गया। बताया गया है कि शिकायत के आधार पर दीनू उपाध्याय के साथ-साथ रवि पाण्डेय, जनार्दन पाण्डेय, रामचंदर पासवान, नीरज दुबे समेत आधा दर्जन अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।