विकास वाजपेयी
कानपुर- प्रधानमंत्री के तौर पर अपने तीसरे कार्यकाल में पहली बार कानपुर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत सीएसए सभागार में गर्मजोशी से किया गया। इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच से डबल इंजन की सरकार का फायदा बताते हुए प्रदेश में चल रहे विकास कार्यो की योजनाएं गिनवाई। जब योगी प्रदेश को हाईवे की राजधानी और अनेवाले समय में रक्षा उत्पाद का हब बता रहे थे उस समय मुख्यमंत्री की बातों का अनुमोदन करते हुए प्रधानमंत्री भी खुद को तालियां बजाने से नहीं रोक पाए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कानपुर में विकास कार्यों के उद्घाटन का दौरा 24 अप्रैल को तय था लेकिन पहलगाम की घटना के बाद इसे निलम्बित कर दिया गया था। शुक्रवार को प्रधानमंत्री के कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश के मुखिया ने प्रदेश में चल रही विकास कार्यों की योजनाओं का जिक्र किया और सभा में मौजूद लोगों को बताया कि ये कार्य इस लिए धरातल पर नजर आ रहे है क्योंकि प्रदेश में डबल इंजन की सरकार काम कर रही है। उन्होने कहा कि लखनऊ और कानपुर हाईवे लगभग बनकर तैयार है, गंगा एक्सप्रसवे का कार्य अंतिम चरण पर है, प्रदेश को देश की हाईवे राजधानी का तमगा मिल रहा है।
प्रधानमंत्री का स्वागत करने के लिए मंच पर कई सांसदों और विधायकों के साथ भाजपा संगठन से जुड़े पदाधिकारी भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री ने भी किसी को निराश नहीं किया और लगभग सबका नाम लेकर संबोधित किया। कानपुर बुंदेलखण्ड क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल, दक्षिण जिला अध्यक्ष शिवराम सिहं, उत्तर जिला अध्यक्ष अनिल दीक्षित और ग्रामीण क्षेत्र जिला अध्यक्ष उपेन्द्र पासवान ने प्रधानमंत्री को रानी अहिल्याबाई की तस्वीर भेट की।
मंच पर प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्री राकेश सचान, प्रतिभा शुक्ला, के साथ प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के बगल में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और बृजेश पाठक को स्थान दिया गया था। कानपुर नगर के सांसद रमेश अवस्थी, अकबरपुर लोकसभा के सांसद देवेन्द्र सिंह भोले, जिला पंचायत अध्यक्ष स्वप्निल वरुण, विधायक अरुण पाठक, महेश त्रिवेदी, नीलमा कटियार और कानपुर नगर की मेयर प्रतिभा पाण्डेय विधान परिषद सदस्य सलिल विश्नोई को भी मंच पर स्थान दिया गया था। यहां उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौयर् भी रहे। हालांकि प्रोटोकाल को देखते हुए महराजपुर से विधायक और उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना और पार्टी के अन्य वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को चकेरी एअरपोर्ट में प्रधानमंत्री से मिलने का समय निर्धारित था।