तीन और मुकदमों में नामजद हुआ दीनू ,नारायण भदौरिया पर रंगदारी का मुकदमा

अधिवक्ता दीनू उपाध्याय
विकास वाजपेयी, नि‍शंक न्‍यूज कानपुर

सोमवार को रिमांड पर लाए गए दीनू उपाध्याय का नाम तीन और मुकदमों में खोला गया है। इन मुकदमों में पुलिस की जांच में दीनू उपाध्याय का नाम सामने आया था। इधर पुलिस ने पहले मुकदमें में दीनू के साथ नामजद रह चुके नारायण सिंह भदौरिया व उसके साथियों के खिलाफ नौबस्ता में रंगदारी मांगने सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। इस मुकदमें भी दीनू उपाध्याय को आरोपित बनाया गया है। बिठूर के चर्चित अधिवक्ता राजाराम वर्मा हत्याकांड में पुलिस ने दीनू का नाम शामिल करते हुए न्यायिक रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई है। कोहना थाने के एक पुराने मामले में दीनू का नाम जोड़ा गया है। कुल मिलाकर सोमवार को दीनू तीन नए मुकदमों में उलझ गया।

दो करोड़ की जमीन पर कब्जा करने में दर्ज हुआ मुकदमा

किदवईनगर के एम ब्लाक निवासी अनूप तिवारी की तहरीर के मुताबिक, उनके चाचा राजनारायण, चाची अरुण तिवारी तथा चचेरे भाई रामनारायण और ओमनारायण ने नौबस्ता के बूढ़पुर मछरिया में प्रकाश सोसाइटी से चार प्लाट मिलाकर 1060 वर्गगज जमीन खरीदी थी। चूंकि शिक्षक चाचा-चाची नौकरी के कारण परिवार समेत कन्नौज के गुरसहायगंज में रहते हैं, लिहाजा अनूप ही उक्त संपत्ति के देखरेख करते हैं।

साढ़े चार साल पहले नारायण सिंह भदौरिया, दिनेश भदौरिया, संजीव राणा के साथ 10-12 अज्ञात लोगों ने प्लाट की चारदीवारी गिराकर गेट पर अपना नाम लिखकर कब्जा कर लिया। अनूप के मुताबिक, प्लाट की कीमत दो करोड़ से ज्यादा है। आरोप है कि, कूटरचित दस्तावेज के सहारे नारायण और उसके गैंग ने उक्त प्लॉट का कुछ हिस्सा बेच दिया। इसकी शिकायत करने पर 12 मार्च 2025 को अनूप को नारायण सिंह भदौरिया ने 10-12 साथियों के साथ रोककर धमकाया और जिंदगी की सलामती के लिए एक करोड़ की रंगदारी मांगी थी। इस मामले में नामजद मुकदमा दर्ज होने के कुछ घंटे के अंदर पुलिस को क्लू मिला कि, नारायण भदौरिया ने दीनू के इशारे पर प्लाट पर कब्जा किया और बाद में रंगदारी मांगी।

राजाराम वर्मा हत्याकांड में सामने आया नाम

डीसीपी-सेंट्रल एस.के.सिंह ने बताया कि, बिठूर के चर्चित अधिवक्ता राजाराम वर्मा हत्याकांड में दीनू की संलिप्तता के साक्ष्य मिल गए हैं। इसी आधार पर दीनू की न्यायिक रिमांड के लिए अदालत में अर्जी लगाई गई है, जिसके बाद कोर्ट ने 22 मई को तलबी वारंट जारी किये हैं। गौरतलब है कि, बिठूर इलाके में 40 बीघा जमीन के एग्रीमेंट के बाद वकील राजाराम वर्मा को 22 दिसंबर 2021 की शाम 7.15 बजे गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था। मामले में राजाराम वर्मा के समधी राम खिलावन पर हत्या की सुपारी देने का आरोप है।

पुलिस ने शूटर दिलनियाज और उसके साथी अंकित यादव व रोहित यादव को जेल भेजा था। राजाराम के बेटे अधिवक्ता नरेंद्र देव इस खुलासे से संतुष्ट नहीं थे। उन्होंने पुलिस कमिश्नर से मिलकर आरोप लगाया कि तत्कालीन विवेचक ने हत्याकांड से जुड़े कई बड़े नाम निकाल दिए हैं। इसी मामले में पुनः विवेचना में सोमवार को दीनू का नाम जोड़ दिया गया है। उधर, कोहना में सुभाषचंद्र गुप्ता द्वारा दर्ज रंगदारी वसूलने और संगठित अपराध के मुकदमे में सीसीटीवी फुटेज में उपस्थिति के साक्ष्य मिलने के बाद संबंधित एफआईआर में दीनू उपाध्याय का नाम बढ़ाया गया है।

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