सीएमओ के लिये भाजपा विधायकों में मचा संग्राम

विकास वाजपेयी

जिलाधिकारी द्वारा सीएमओ के ताबदले को लेकर लिखे गये पत्र के बाद शहर के दो और जन प्रतिनिधि सीएमओ के पक्ष में सामने आ गये हैं। जिन्होंने सीएमओ के व्यवहार को बेहतर बताकर इन्हें कानपुर में ही रखने के लिये उप मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है, वहीं भाजपा के ही एक विधायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सीएमओ पर अवैध नर्सिंग होम संचालकों से उगाही का आरोप लगाते हुए इन्हें निरंकुश अधिकारी बताया और इनका तबादला कानपुर से करने की बात पत्र में कही है। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना पहले ही सीएमओ के व्यवहार को बेहतर बताकर इन्हें कानपुर में ही रखने की संस्तुति कर चुके हैं।

विधान परिषद सदस्य अरुण पाठक फाइल फोटो

जनता की सहायता के जो काम सौंपे सीएमओ ने अच्छे ढंग से कियेः अरुण पाठक

जानकार लोगों की मानी जाए तो सोमवार को एमएलसी अरुण पाठक ने डिप्टी सीएम को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने लिखा है कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी योजनाओं का क्रियान्वयन लगन के साथ किया है। इसलिए सीएमओ को कानपुर में ही पदस्थ रखा जाए। इस संबंध में विधान परिषद सदस्य अरुण पाठक का कहना है कि हां मैने उनके कार्य को देखते हुए सीएमओ के पक्ष में लिखा था। जब भी किसी सिफारिश या काम के लिए मैंने आम जनता की चिकित्सीय मदद करने के लिये सीएमओ को फोन किया तो उन्होंने उसका हमेशा सकारात्मक उत्तर दिया है। पीड़ित की मदद भी की। बाकी यदि किसी भी तरह का भ्रष्टाचार या अनुशासनहीनता का मामला उनके खिलाफ हो उस पर कार्यवाही के लिए मैं कभी विरोध में नहीं हूं

विधायक सुरेंद्र मैथानी फाइल फोटो

सुरेंद्र मैथानी ने भी उप मुख्यमंत्री को सीएमओ के पक्ष में भेजा पत्र

इधर भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी भी सीएमओ के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने भी सीएमओ के पक्ष में पत्र लिखते हुए सीएमओ को कानपुर में ही तैनात रखने के लिए डिप्टी सीएम को पत्र लिखा है। विधायक सुरेंद्र मैथानी का कहना है कि हमने सतीश महाना जी के पत्र को देखकर सीएमओ के अच्छे कार्य की संस्तुति की थी हालांकि जिस तरह से जिलाधिकारी इस पूरे मामले को सार्वजनिक कर रहे हैं उससे नीचे के अधिकारियों का मनोबल गिरता है। जिससे अधिकारियों व सरकार की क्षवि धूमिल हो रही है। उन्होंने कहा कि वह बहुत जल्द इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से मुलाकात कर उन्हें पूरी जानकारी देंगे। उनका यह भी कहना है कि जिन अधिकारियों के कारण सरकार की छक्षि खराब हो रही है ऐसे अधिकारियों को निलंबित कर दिया जाए। 15 जून को विधायक ने पत्र लिखकर लखनऊ भेजा है। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने भी डिप्टी सीएम व चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक को पत्र लिखकर सीएमओ को कानपुर में ही रखने की मांग की थी।

भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा फाइल फोटो

सीएमओ कर रहे अवैध नर्सिंग होम से उगाही वह निरंकुश अधिकारीः अभिजीत सिंह सांगा

मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में भाजपा विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने कहा कि सीएमओ हरिदत्त नेमी के संरक्षण में सैंकड़ों प्राइवेट अस्पताल अवैध रूप से संचालित हैं। जनपद के प्राइवेट अस्पतालों को सीएमओ का संरक्षण प्राप्त होने के कारण यह अस्पताल मरीजों से मनमानी वसूली कर रहे हैं। यहीं नहीं उन्होंने आरोप लगाया कि प्राइवेट अस्पतालों से सीएमओ भारी धन उगाही भी कर रहे हैं और सीएमओ द्वारा जनपद के सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा जिससे सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था खराब होने के कारण क्षेत्र की जनता प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करान के लिये मजबूर है। भाजपा विधायक ने कहा कि सीएमओ बेहद निरंकुश अधिकारी हैं इनके खिलाफ जांच कराते हुए दोषी पाए जाने की दशा में इनका कानपुर से स्थानांतरण किया जाए। बताते चलें कि पूर्व में विधायक अभिजीत सिंह सांगा एक निजी अस्पताल पर मनमानी का आरोप लगाकर मोर्चा खोल चुके हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *