फूड डिलीवरी करने वाले ने की थी सराफ से लूट

निशंक न्यूज।

कानपुर। महाराजपुर थानाक्षेत्र में सराफ के साथ लूट की घटना फूड डिलीवरी करने वाले युवक ने दोस्तों के साथ मिलकर की थी। इन लोगों ने मंहगे शौक पूरे करने के लिये इस घटना को अंजाम दिया। घटनास्थल से करीब 16 किलोमीटर दूर तक लगे कैमरे खंगालने के बाद पुलिस इस चुनौतीपूर्ण घटना का खुलासा कर तीन लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया इनमें एक ने बचने के लिये पुलिस पर गोली चलाई तो पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की जिसमें एक गोली लुटेरे के पैर में लगी। घटना में शामिल तीन और युवकों के शामिल होने की बात सामने आई हैं जिनकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।

मंहगे शौक पूरे करने के लिये की लूट की घटना

बताया गया है कि युवकों ने लूट की यह वारदात बीयर, शराब, और महंगे शौक को पूरा करने के लिये की थी क्योंकि इनमें दो के यह शौक जोमैटो, स्वीगी में नौकरी करने से पूरे नहीं हो रहे थे। पकड़े गये लुटेरों से पुलिस को पता चला कि ग्रेजुएट होने के बाद बेहतर नौकरी न मिलने पर शौक पूरा करने के लिये फूड डिलीवरी करने लगे लेकिन शराब, जुए और महंगे शौक पूरे नहीं हो रहे थे इसलिये इन लोगों ने किसी बड़े व्यक्ति को लूटने की योजना बनाई और शिकार मिलने पर सर्राफ को लूट लिया।

दो दिन पहले की थी सर्राफ से लूट

दो दिन पूर्व देर शाम सर्राफ अनिल वर्मा अपनी ज्वैलरी की दुकन से घर लौट रहे थे। तभी घाटूखेड़ा के पास उन्हें बाइक सवार बदमाशों ने लूट लिया था। करीब पांच लाख से ज्यादा का माल था। मौके पर पहुंची डीसीपी सत्यजीत गुप्ता ने इस घटना को चुनौती मानकर लुटेरों का पता लगाने के लिये एडीसीपी अंजलि विश्वकर्मा, एसीपी चकेरी अभिषेक पांडे समेत दो थानेदारों की टीम बनायी। बताया गया है कि करीब 16 किलोमीटर क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालते हुए पुलिस बदमाशों तक पहुंंची तो बदमाशों ने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्यवाही में एक बदमाश राहुल सैनी के पैर में गोली लगी। बाकी के दो बदमाशों को घेराबंदी करके दबोच गया। इनकी पहचान किदवई नगर निवासी राहुल सैनी, राज कुमार, भारत बाल्मीकि के रूप में हुई। डीसीपी ने बताया कि इस मामले में डकैती का मुकदमा दर्ज किया गया था। इनके तीन साथी साहिल, आयुष और जीतू फरार है। गुडवर्क करने वाली टीम को पचास हजार का इनाम देने की घोषणा की गयी है।

बच्चों को अगवा करने बाले को लगी पुलिस की गोली

कानपुर। दो भाईयों को अगवा कर एक बच्चे को बेंचने के आरोपी एक बदमाश की पुलिस की से मुठभेड़ हो गई। जवाबी फायरिंग में पुलिस की एक गोली बच्चों को अगवा करने के आरोपी वैभव सिंह के पैर में लगी। इस अपहरण में शामिल उसकी प्रेमिका जूली समेत दो महिलाओं को पुलिस ने एक दिन पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

गुरुवार तड़के पुलिस को सूचना मिली की बच्चों के अपहरण में शामिल वैभव जाजमऊ क्षेत्र में रुका है। सूचना मिलते ही पुलिस ने बताए स्थान पर छापा मारा तो यहां मौजूद वैभव ने पुलिस पर सीधे फायर झोंक दिया। पुलिस ने भी जवाबी गोली चलाई जिसमें एक गोली वैभव के बाएं पैर में लगी। यह अपराधी गोरा कब्रिस्तान लालकुर्ती रोड का रहने वाला है। शातिर ने बताया कि दोनों महिलाओं के साथ मिलकर बच्चों को अपहरण और फिर उन्हें बेचा था। कोतवाली पुलिस ने अपहरण में शामिल वैभव व दो महिलाओं रानी कुशवाहा और रेशमा बेगम गिरफ्तार किया है।

बताते चलें कि सोमवार की दोपहर तीन बजे के बाद बड़ा बेटा 10 साल का फरीद व 20 महीने का छोटा बेटा शादाब चौराहे से लापता हो गए। मंगलवार दोपहर दो बजे शिवराजपुर पुलिस फरीद को लेकर कोतवाली पुलिस के पास पहुंची। फरीद ने बताया कि सोमवार को स्कूटी सवार एक महिला और पुरुष दोनों भाइयों को जबरन अगवा कर ले गए थे। दोनों भाई लगातार छोड़ने और घर जाने के लिए जिद कर रहे थे। ज्यादा शोर मचाने और रोने पर अपहर्ता फरीद को तो छोड़कर भागे थे, लेकिन छोटे बेटे शादाब को अगवा कर ले गए थे। पुलिस से त्रिनेत्र कैमरों की मदद से आरोपितों तक पहुंंच कर बच्चा बरामद कर लिया था। जांच में सामने आया कि बच्चे की किडनैपिंग के बाद उन्नाव के परिवार को 1.15 लाख रुपए में बेचा गया था। इस मामले में पुलिस ने वैभव की लोकेशन ट्रेस की तो वह जाजमऊ में मिली जिसके बाद घेराबंदी करके उसे मुठभेड़ में दबोच लिया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *