अग्निपीड़ितों की सूची से हटवाए गए कुछ नाम

निशंक न्यूज
कानपुर।
दो साल पहले हुए भीषण अग्निकांड के पीड़ित व्यापारियों को ओडीओपी योजना के अंतर्गत ऋण के स्थान पर कोटक महिंद्रा बैंक व अन्य बैंको द्वारा अन्य योजनाओं के तहत ऋण प्रदान किए जाने के मामले मे 97 व्यापारियों की लिस्ट की जांच की गई। लिस्ट से कुछ नाम उपलब्ध नहीं होने पर हटाए गए। लिस्ट की पूरी जाँच के उपरांत उपायुक्त उद्योग व जिला उद्योग विकास केंद्र के महाप्रबंधक अंजनीश प्रताप सिंह को सौंप कर पीड़ित व्यापारियों के लिए ओडीओपी स्कीम मे लोन दिलाने का प्रयास किया जाएगा।

बुधवार को भारतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेश मिश्र , जिला अध्यक्ष गुरुज़िन्दर सिंह, जिला कोषाध्यक्ष व यूपी गारमेंट्स मैन्युफैक्चरिंग ट्रेडर्स एसो के प्रदेश अध्यक्ष विजय गुप्ता गोरे और प्रदेश कोषाध्यक्ष राजेश आहूजा के नेतृत्व मे पदाधिकारियों ने कोपरगंज बाजार मे पीड़ित व्यापारियों को बुलाकर कोपरगंज रेडीमेड होज़री बाजार मे दो वर्ष पूर्व 30-31 मार्च 2023 को कानपुर के कोपरगंज होज़री व रेडीमेड बाज़ार में हुए भीषण अग्निकांड के पीड़ित व्यापारियों को ओडीओपी योजना के अंतर्गत ऋण के स्थान पर कोटक महिंद्रा बैंक व अन्य बैंको द्वारा अन्य योजनाओं के तहत ऋण प्रदान किए जाने के मामले मे जिला उद्योग विकास केंद्र के कार्यालय द्वारा दी गई 97 व्यापारियों की लिस्ट की जांच की गई| जिला उद्योग विकास केंद्र द्वारा दी गई लिस्ट मे पीड़ित व्यापारियों के आने पर बैंक के नाम व लोन की धनराशि मे सुधार किया गया व लिस्ट से कुछ नाम उपलब्ध नहीं होने पर हटाए गए और लिस्ट के अतिरिक्त ओडीओपी मे आवेदन करने वाले कुछ नए नाम भी जोड़े गए |

पीड़ित व्यापारियों को भारतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेश मिश्र ने बताया कि लिस्ट की पूरी जाँच व अग्निकांड के समय आवेदन करने वाले कुछ अन्य नए व्यापारियों के नाम जोड़ने के उपरांत उपायुक्त उद्योग व जिला उद्योग विकास केंद्र के महाप्रबंधक अंजनीश प्रताप सिंह को लिस्ट सौंप कर पीड़ित व्यापारियों के लिए ओडीओपी स्कीम मे लोन परिवर्तित कराने का प्रयास किया जाएगा|

साथ ही बताया कि मार्च 2023 की रात्रि में कानपुर के कोपरगंज क्षेत्र में हुए भीषण अग्निकांड में लगभग 500 से अधिक होज़री एवं रेडीमेड व्यापारियों की दुकानें पूर्णतः जलकर नष्ट हो गईं थीं जिससे अनुमानित ₹2500 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ था| इस दुर्घटना के पश्चात,हम लोग पीड़ित व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री जी से उनके लखनऊ स्थित आवास पर भेंट करने के उपरांत उनके त्वरित निर्देशानुसार, उपायुक्त उद्योग कार्यालय (फज़लगंज, कानपुर) तथा कोपरगंज बाज़ार में व्यापारियों से ओडीओपी योजना के अंतर्गत ऋण हेतु आवेदन-पत्र भरवाए गए थे।इस क्रम में तत्कालीन जिलाधिकारी विशाख जी ने स्वयं बैंक अधिकारियों व व्यापारियों की संयुक्त बैठक आयोजित कर ओडीओपी योजना के तहत ऋण स्वीकृत करने के निर्देश दिए थे किन्तु, कोटक महिंद्रा बैंक (लाटूश रोड शाखा, कानपुर) व अन्य बैंको मे स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा अधिकांश पीड़ित व्यापारियों को ओडीओपी योजना के स्थान पर अन्य योजनाओं विशेष रूप से CGTMSE योजना के तहत ऋण प्रदान किया गया जिससे व्यापारी राज्य सरकार की सब्सिडी एवं अन्य लाभों से वंचित रह गए है |
यहाँ तक कि अक्टूबर 2023 में कानपुर में मुख्यमंत्री जी के आगमन के अवसर पर आयोजित एक शासकीय समारोह में कोटक महिंद्रा बैंक द्वारा पीड़ित व्यापारी तनुज आहूजा को ₹49 लाख का ऋण चेक मंच से ओडीओपी योजना के नाम पर प्रदान किया गया, जबकि वास्तव में वह ऋण दूसरी योजना के तहत स्वीकृत किया गया था।

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