निशंक न्यूज डेस्क
कानपुर। गौतम गंभीर के मुख्य कोच और युवा शुभमन गिल के कप्तान बनने के बाद पहली बार ऐसा मौका आया है जब भारतीय टीम के सामने तीन मैचों के सिरीज में 3-0 से हारने का संकट खड़ा है। वैसे न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सिरीज में हार मिलने के बाग गौतम गंभीर के कुछ फैंसलों पर सवाल उठाए गए थे, लेकिन इंग्लैड के खिलाफ सिरीज को ड्रा कराकर कप्तान शुभमन गिल व कोच गौतम गंभीर अपने फैंसलों को काफी हद तक सही साबित करने में सफल हो गए थे अब आस्टेलिया दौरा है। अगर भारतीय टीम तीसरा मैच भी हारती है तो गिल व गंभीर पर क्लीन स्वीप होने का कलंग लग जाएगा जो यह जोड़ी कतई नहीं चाहेगी।
41 साल पहले आस्टेलिया ने किया था क्लीन स्वीप
जानकारों की मानी जाए तो पूरी सिरीज में एक भी मैच न जीतने के कारण क्लीन स्वीप होना किसी भी टीम खासकर कप्तान व कोच के लिये बहुत शर्मनाक होता है। वहीं अगर टीम क्लीन स्वीप करती है तो उसे गर्व की अनुभूति होती है। आस्टेलिया के खिलाफ तीन मैचों की इस वर्तमान सिरीज के पहले दोनों मैच भारतीय टीम हार चुकी है। ऐसे में कोच गौतम गंभीर व कप्तान शुभमन गिल कतई नहीं चाहेंगे कि उनके ऊपर सिरीज में सूपड़ा साफ होने यानि क्लीन स्वीप होने का कलंक लगे। भारतीय टीम इससे पहले करीब 41 साल पहले आस्टेलिया में ही सिरीज के सभी मैच हारी थी। ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भारतीय टीम को इस सिरीज का आखिरी मैच सिडनी में खेलना है। यहां जीत का रिकार्ड भारत के पक्ष में नहीं रहा है। तीन मैचों की वनडे सीरीज के पहले दो मैच में हार के साथ भारतीय टीम सीरीज गंवा चुकी है। जिसके चलते 41 साल में पहली बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में क्लीन स्वीप का खतरा मंडरा रहा है। भारत को अगर क्लीन स्वीप से बचना है तो सिडनी मे हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी।
कप्तान गिल का बल्ला भी चल रहा खामोश

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली के साथ ही अब तक कई मैच जिताऊ पारी खेल चुके भारतीय टीम के कप्तान सुभमन गिल का बल्ला भी आस्टेलिया के मैदानों में खामोश है। सिरीज के पहले दोनों वनडे मुकाबलों में वह रन बनाने के लिये तरसते रहे जिसका नतीजा यह रहा कि भारत शुरूआत के दस ओवरों में कई खास स्कोर नहीं खड़ा कर सका। इन निर्णायक मैच में कप्तान शुभमन गिल बड़ा स्कोर खड़ा करने के लिये पूरी ताकत लगाएंगे ताकि भारत यह मैच जीतकर क्लीन स्वीप होने के कलंक से अपने को बचा सके।
तो गिल-गंभीर के नाम जुड़ जाएगा अनचाहा

भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी गौतम गंभीर की कोचिंग और शुभमन गिल की कप्तानी में पहली बार भारतीय टीम आस्टेलिया के दौरे पर खेलने गई है। दोनों की जोड़ी पहली बार ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर वनडे सीरीज खेल रही है। गिल की वनडे कप्तानी का आगाज खराब रहा और उनको अपने करियर की पहली सीरीज में हार मिली. जिसके बाद अब गिल के नाम एक बड़ा कलंक ये लग सकता है कि टीम इंडिया पिछले 41 साल में अभी तक किसी भी वनडे सीरीज में ऑस्ट्रेलिया से क्लीन स्वीप नहीं झेली है। अगर भारतीय टीम सिडनी में भी मैच हार जाती है तो तो गिल और गंभीर की जोड़ी के नाम ये शर्मनाक रिकॉर्ड जुड़ जाएगा। पिछली बार साल 1984 में ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया को क्लीन स्वीप किया था। तब भारतीय टीम की कप्तानी दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर कर रहे थे। अब शुभमन गिल की कप्तानी में टीम हारती है तो गावस्कर के साथ गिल का नाम भी इस शर्मनाक क्लब में जुड़ जाएगा।
विराट कोहली के लिये खतरे की घंटी है उनका फार्म

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हो रही 50 ओवर के मैच की तीन मैचों की इस सिरीज में करीब सात माह बाद मैदान में वापसी कर रहे विराट कोहली का बल्ला अभी तक नहीं चला है। पहले दोनों ही मैच में वह 0 पर आउट हुए। पहले मैच में कोहली ने आठ गेंदें खेली थी और दूसरे मैच में चार गेंद ही खेल सके और बिना कोई रन बनाए आउट होकर पवेलियन लौट गए। क्रिकेट के जानकारों का कहना है कि एक दिवसीय मैचों में ऐसा पहली बार हुआ है जब भारत का यह धुरंधर बल्लेबाज लगातार दो पारियों में बिना कोई रन बनाए आउट हुआ हो। इसके बाद से क्रिकेट के गलियारे में चर्चा शुरू हो गयी है कि अगल विराट 2027 का विश्वकप टूर्नामेंट खेलने की इच्छा को पूरा करना चाहते हैं तो उन्हें लगातार प्रदर्शन से बीसीसीआई को प्रभावित करना होगा वरना उनके रास्ते आगे के लिये बंद हो सकते हैं। पुराने खिलाड़ी भी कई मंच पर यह बात कह चुके हैं कि खेल में निरंतरता बनाए रखने के लिये विराट कोहली को घरेलू क्रिकेट में भाग लेकर अपने बल्ले का दम दिखाना चाहिये।
सिडनी में भारी रहा है आस्टेलिया का पड़ला
सिरीज के पहले दो मुकाबलों में हार कर सिरीज गंवा चुकी भारत को सिरीज का अंतिम मैच सिडनी में आस्टेलिया के खिलाफ खेलना है। सिरीज के पहले दो मैच जीतकर अजेय़ बढ़त बना चुकी आस्टेलिया के खिलाड़ियों का उत्साह चरम पर होगा। दूसरी तरफ भारत किसी भी तरह यह मैच जीतकर 3-0 से सिरीज हारने से बचने के दबाव में रहेगी। वैसे रिकार्ड को देखा जाए तो सिडनी में आस्टेलिया का पड़ला भारत पर भारी रहा है। बल्लेबाजी के लिये मुफीद कही जाने वाले इस मैदान में अब तक भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 19 वनडे मैच खेले गए हैं जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने 16 वनडे जीते हैं वहीं भारतीय टीम यहां पर केवल दो मैच ही जीत सकी है। जीत-हार के इस अंतर का दबाव भी भारतीय टीम के खिलाड़ियों पर हो सकता है।
