गोली लगने से घायल बिल्डर की मौत,बढ़ी हत्या की धारा

ओपी पांडेय

अलीगढ़। तीन दिन पहले दुस्साहसी हमलावरों की गोली लगने से घायल बिल्डर जुल्फिकार उर्फ लाडले की गुरुवार को उपचार के दौरान मौत हो गई। घटना के बाद तनाव की आशंका के चलते गुरुवार को पूरे दिन पुलिस सतर्क रही। बिल्डर को दिन दहाड़े कई गोलियां मारने की दुस्साहसिक घटना को अंजाम देने के दो आरोपितों को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। पुलिस ने थाने में दर्ज हत्या के प्रयास की धारा में दर्ज मुकदमें की धारा को बदलकर हत्या में तरमीम कर दिया है।

बिल्डर के शरीर पर लगीं थीं चार गोलियां

बताते चलें कि एक दुस्साहसिक वारदात में सोमवार की दोपहर बुलेट सवार दो हमलावरों ने बिल्डर जुल्फिकार उर्फ लाडले पर उस समय ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थी जब वह अपनी पुत्री को कोचिंग से लेने जाने के लिये स्कूटी से जा रहे थे। हमलावरों ने कई गोलियां लाडले को मारी थी जिसमें उसके शरीर पर चार गोलियां लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। घटना के बाद से तनाव व्याप्त था। इधर घटना के बाद से ही हमलावरों की तलाश में लगी पुलिस ने घटना के कुछ घंटों के बाद लाडले पर गोली चलाने के आरोपित आदम तथा उसके साथी वसीम को हिरासत में ले लिया था। इन दोनों से कड़ी पूछतांछ के बाद पुलिस ने मंगलवार को इन दोनों को जेल भेज दिया था।

इधर एडीए कम्पाउणड के निकट हमलावरों द्वारा चलाई गई कई गोलियां लगने से घायल बिल्डर जुल्फिकार उर्फ लाङले को अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां गुरुवार की तड़के करीब साढ़े तीन बजे उपचार के दौरान जुल्फिकार उर्फ लाङले की मौत हो गई है। लाडले की मौत के बाद उसकी पत्नी, दो बेटियां तथा एक पुत्र बिलखते रहे।

पहले भी किये गये थे हमले मुकदमों में पुलिस ने लगाई थी एफआऱ

जानकार पुलिस सूत्रों का कहना है कि बिल्डर लाडले तथा जमीन का ही काम करने वाले आरोपित हमलवार आदम के बीच काफी समय से रंजिश चल रही थी। करीब दो साल पहले आदम ने लाडले के खिलाफ हत्या का प्रयास करने की धारा में मुकदमा दर्ज कराया था तब आदम के पैर की जांघ में गोली लगी थी। उस मुकदमें में पुलिस यह आधार बनाकर फाइलन रिपोर्ट (एफआर) लगा दी थी कि गोली आदम के अपने तमंचे से लगी। तब पुलिस द्वारा यह बताया जाता था कि आदम अपनी कमर में कट्टा लगा कर जा रहा था तभी अचानक गोली चल गई गोली आदम के जांघ में लगी। घटना की रिपोर्ट थाना क्वार्सी में बिल्डर लाडले व उसके भाई शैजी के खिलाफ दर्ज कराई जिसमें पुलिस ने घटना को झूठा पाया एफआर लगा दी थी । इसके बाद बिल्डर लाडले की ओर से थाना सिविल लाइन में उसके भाई शैजी पर जानलेवा हमले का आरोप आदम पर लगाते हुए थाना सिविल लाइन में रिपोर्ट दर्ज कराई थी थाना सिविल लाइन पुलिस ने इस घटना को भी झूठा पाया एफआर लगा दी इसके बाद थाना क्वार्सी में बिल्डर लाडले ने जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि आदम ने इकरा पुलिया के पास उसको घेर कर फायरिंग की जिससे वह बार-बार बच गया इस घटना को थाना क्वार्सी पुलिस ने झूठा पाया और एफआर लगा दी थी।

प्रेम त्रिकोण में हमला करने की सामने आई थी बात

पुलिस सूत्रों की मानी जाए तो पहले यह बात सामने आई थी कि बिल्डर लाडले पर हमला प्रेम त्रिकोण के संदेह में किया गया। हमलावर आदम को सदेह था कि पास के ही एक अपार्डमेंट में रहने वाली उसकी प्रेमिका से लाडले नजदीकियां बढ़ा रहा है। उसने प्रेमिका को चेतावनी भी दी थी लेकिन उसने लाडले की नजदीकियों से इंकार कर दिया। इसके बाद भी आदम के मन में संदेह घर कर गया था कि लाडले उसकी प्रेमिका पर डोरे डाल रहा है इसी के चलते उसने अपनी साथी मदद से लाडले पर हमला किया।

बढ़ाई गई हत्या की धारा, हमलावर बोला मुझे मरवाना चाहता था बिल्डर

थाना सिविल लाइन पुलिस ने दोनों हमलावरों आदम तथा वसीम को उसी दिन सोमवार की देर शाम गिरफ्तार कर अगले दिन मंगलवार को जेल भेज दिया था । मुख्य आरोपी आदम ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि जुल्फिकार और लाडले मेरी हत्या करवाना चाहता था इसी डर के कारण मैंने बिल्डर लाङले की हत्या कर दी । इंस्पेक्टर सिविल लाइन पंकज मिश्रा ने बताया कि बिल्डर जुल्फिकार उर्फ लाडले कि आज उपचार के दौरान मौत हो जाने पर मुकदमा रिपोर्ट को प्राण घातक हमले की धारा को बदलकर हत्या की धारा में तरमीम कर दिया गया है। जांच जारी है हर बिंदु का पता लगाकर हमलावरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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