अमित गुप्ता
कानपुर। हेयर ट्रांसप्लांट के बाद दो इंजीनियरों की मौत के मामले में आरोपी डाक्टर अनुष्का तिवारी बुधवार को छह घंटे की पुलिस रिमांड के दौरान ज्यादा समय तक रोती ही रही। क्लीनिक से ट्रांसप्लांट से संबंधित कुछ कागजात मिलने पर वह अचेत सी हो गई। छह घंटे तक पूछताछ व संबंधित साक्ष्य जुटाने के बाद पुलिस ने डाक्टर को वापस जेल में दाखिल करा दिया।
एम्पायर क्लीनिक से मिले कुछ साक्ष्य
पुलिस सूत्रों का कहना है कि छह घंटे की पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान एम्पायर क्लीनिक की तलाशी में हेयर ट्रांसप्लांट से जुड़े कुछ साक्ष्य पुलिस को मिले, जो अनुष्का के खिलाफ ठोस सबूत साबित हो सकते हैं।
जेल से निकलते ही उड़ी अनुष्का के चेहरे की रौनक
सुबह नौ बजे जेल से निकलते ही अनुष्का के चेहरे की हवाइयां उड़ी हुई थीं। महिला कांस्टेबल के साथ अनुष्का को लेकर टीम सबसे पहले रावतपुर थाने पहुंची। यहां लिखापढ़ी के बाद अगला ठिकाना था एम्पायर क्लीनिक। क्लीनिक में ताला लटका हुआ था, चाभी के लिए निगाहों से सवाल हुआ तो अनुष्का ने बिल्डिंग के चौकीदार की तरफ देखकर खोलने के लिए संकेत दिया। चौकीदार अगले एक मिनट में चाभी लेकर आया, इसके बाद अनुष्का से सवालात का सिलसिला शुरू हुआ। सूत्रों के मुताबिक, ज्यादातर सवालों के जवाब में अनुष्का का एक ही जवाब था कि मैं सिर्फ दांतों का इलाज करती हूं, हेयर ट्रांसप्लांट से सरोकार नहीं।
क्लीनिक से कागज मिले को अचेत सी हो गई डाक्टर अनुष्का
सवालों की झड़ी के दरमियान अनुष्का लगातार सिसकती नजर आई। इसके बाद क्लीनिक की तलाशी शुरू हुई तो प्लाज्मा जांच किट तथा कुछ अन्य उपकरण बरामद हुए। इसके संबंध में अनुष्का ने दांतों की जांच में इस्तेमाल का दावा किया। सूत्रों पर भरोसा करें तो इसी दरमियान फाइलों के पुलिंदा में पुलिस टीम को हेयर ट्रांसप्लांट से संबंधित मरीजों के एडमिशन फार्म के साथ-साथ ट्रांसप्लांट से पहले मरीज-तीमारदार की सहमति के प्रपत्र बरामद हुए। पुलिस के हाथ तमाम पुख्ता साक्ष्यों को देखकर अनुष्का घबराकर बेहोश होकर गिर गई। महिला कांस्टेबल ने उसे उठाया और होश में लाने के बाद पानी पिलाकर संभाला।