निशंक न्यूज
कानपुर। छोटी दीपावली के दिन जेके कैंसर अस्पताल में किसान की हत्या करने के दो आरोपियों को स्वरूप नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इन दोनों ने भाड़े पर किसान की हत्या की थी। एक हत्याआरोपी को उनकी पसंद की बाइक दिलाई गई थी। हत्या की सुपारी देने वाले की पुलिस तलाश कर रही है। पकड़े गये हत्यारोपियों में रिषभ उर्फ बाबू सिंह इंटर का छात्र है।
जेके कैंसर अस्पताल के पास मिला था औरैय्या के किसान का शव
पुलिस के अनुसार औरैया के बहादुरपुर क्षेत्र के किसान राजकुमार सिंह राजावत करीब एक महीने से मुरारी लाल चेस्ट अस्पताल में अपनी पत्नी का उपचार करा रहे थे। 19 अक्तूबर को खाना खाने के बाद चेस्ट अस्पताल से निकले राजकुमार का शव पड़ोस में स्थित जेके कैंसर अस्पताल परिसर की झाड़ियों में मिला था। सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस के जरिए स्वरूपनगर इंस्पेक्टर सूर्यबली पाण्डेय ने हत्या की साजिश रचने में 21 अक्तूबर को राजकुमार के दामाद मोहित को गिरफ्तार किया तो उसने प्रिंस दुबे के जरिए मौत की सुपारी की बात पुलिस को बताई थी। मोहित की गिरफ्तारी के बाद उसके मोबाइल से कातिलों का मोबाइल नंबर हासिल करने के बाद पुलिस ने सर्विलांस का सहारा लिया तो मंगलवार को औरैया के रिषभ उर्फ बाबू सिंह और कन्हैया कुमार की लोकेशन कानपुर में मिलने पर इन दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
पसंद की बाइक मिलने पर की हत्या
डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि, घटना के पहले प्रिंस दुबे ने रिषभ और कन्हैया को एक-एक लाख रुपए देने का वादा किया था। रिषभ ने बताया कि, वह इंटर का छात्र है और अपाचे बाइक खरीदना चाहता था। रकम जुटाना मुश्किल था, ऐसे में पुराने परिचित प्रिंस ने हत्या में साथ देने में बाइक दिलाने का वादा किया तो वह तैयार हो गया। रिषभ ने बताया कि, कत्ल के बाद हिस्सेदारी मिलने में संदेह था, इसलिए कानपुर आने से पहले अपाचे बाइक हासिल कर ली। जिसका पैसा प्रिंस ने दिया। ईंट-भट्टे पर काम करने वाले कन्हैया को 75 हजार रुपए का वादा करते हुए रिषभ ने साथ देने के लिए तैयार किया था। कन्हैया का कहना है कि, वारदात वाले दिन प्रिंस ने राजकुमार के हाथ पकड़े थे, जबकि रिषभ ने गला दबाया।
