विकास वाजपेयी
कानपुर। मुस्लिम क्षेत्र मेंं शुरू हुए नये गैंगवार में आमने-सामने आये शातिर अपराधी शाहिद पिच्चा और डी-2 गैंग से सदस्य रहे हिस्ट्रीसीटर एजाजुद्दीन उर्फ सबलू दोनो ही पुलिस से नजदीकियां बढ़ाने में लगे रहते थे। पुलिस से नजदीकियां बढ़ाने के मामले में सबलू हमेशा अपने विरोधी हुए शाहिद पिच्चा पर भारी पड़ा। सबलू की काट ढु़डकर पुलिस में पिच्चा का पक्ष रखने के लिए पिच्चा के अतिकरीबी युसूफ उर्फ चटनी ने पत्रकार बनकर पुलिस के बीच पैठ बनायी। लेकिन वह ज्यादा सफल नही हो सका। प्रेस का कार्ड बनवाकर चटनी निचले स्तर पर पुलिस कर्मियों के बीच बैठा करता था।
टोह लेने में लगी खुफिया, पुलिस के मुखबिर भी सक्रिय

मुस्लिम क्षेत्र में नया गैंगवार छिड़ने की सूचनाओं के बाद पुलिस ने अपने खुफिया तंत्र के साथ ही खास मुखबिरों को भी मुस्लिम क्षेत्र में सक्रिय किया है। जो अपने अपने माध्यम से यह पता लगाने में जुटे है कि गैंगवार बढ़ने पर कौन किसके पक्ष में खड़ा हो सकता है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्षेत्र में दो आपराधिक गुटों के बीच इतने दिनो से तनातनी चलती रही इसमें थाना स्तर पर पुलिस की क्या भूमिका रहती थी कि दोनो ही गुट इतने दुस्साहसी हो गये कि अब इनकी आपसी रंजिश गैंगवार में बदलने लगी है, और क्षेत्र के कई अपराधी खुलकर एक दूसरे की मदद के लिए सामने आने लगे है। इस बात का पता लगाया जा रहा है कि एेसा तो नही कि पुलिस इस अपराधियों की पर्दे के पीछे से मदद करती रही हो।
सपा नेता व सटोरिये की मदद से सबलू ने बनायी पुलिस में पैठ

जानकार पुलिस सूत्रो की मानी जाये तो प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान शहर के दो प्रमुख सपा नेताओं ने मुस्लिम क्षेत्र में प्रापट्री की खरीद फरोख्त का काम शुरू किया तो पिच्चा के उस समय इन दोनो नेताओं ने सबलू को आगे किया। सबलू को किरायेदारों से मकान खाली कराने में कोई दिक्कत न हो इसके लिए इन दोनो नेताओं ने उस समय के कई चर्चित थानेदारों से सबलू की मुलाकात करा दी। सपा की सरकार जाने के बाद इनमें से एक प्रभावशाली नेता ने मुस्लिम क्षेत्र में जमीन का काम करने से अपने पैर पीछे खीच लिए। दूसरा नेता अपने एक करीबी को आगे कर काम करता रहा। सपा की सरकार जब गयी तब तक सबलू के एक करीबी ने ताश के पत्ते व सट्टे के काम में अपनी पकड़ बना ली थी। इन दोनो कामो के लिए वह अक्सर पुलिस कर्मियों के पास आता जाता रहता था। फिर इस सटोरिये ने ही सबलू के साथियों की पैठ पुलिस के बीच मजबूत करा दी।
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चौकी बनाने में की थी पुलिस की मदद
जानकार लोगों का कहना है कि पुलिस के बीच अपनी पैठ मजबूत करने के लिए सबलू के साथी पर्दे के पीछे से पुलिस की मदद किया करते थे। घने मुस्लिम क्षेत्र में एक चौकी बनवाने के लिए सबलू के साथियों ने निर्माण सामग्री के साथ ही राज मिस्त्री तथा मजदूरों का भी इंतजाम किया था। जिससे यह बेहतरीन चौकी बनकर तैयार हुई। इसके अलावा जब कभी भी चौकी थाने में गुडवर्क करने का दबाव पड़ता तो सबलू के साथी छोटे मोटे अपराधियों को पकड़वा कर पुलिस की मदद कर देते। अपराधी हाथ आने के बदले पुलिस सबलू के साथियों के कामो को नजरअंदाज कर देती थी।
पैठ बनाने के लिए चटनी बन गया था पत्रकार
पुलिस सूत्रों का कहना है कि सबलू के साथियों से पुलिस की नजदीकियां देख अपने बास शाहिद पिच्चा की जड़े पुलिस के बीच मजबूत करने तथा पिच्चा के साथियों की परोक्ष मदद करने की नियत से पिच्चा का खास शार्गिद युसूफ उर्फ चटनी ने क्षेत्रीय स्तर पर यूट्यूब चैनल तथा वाट्सअप पर खबरे चलाने वाले कुछ लोगों से सम्पर्क किया और इनके माध्यम से एक प्रेस का कार्ड भी हासिल कर लिया। प्रेस का कार्ड बनवाने के बाद चटनी अक्सर पुलिस कर्मियों के बीच बैठने लगा। इस दौरान उसका यह प्रयास रहता था कि पुलिस कर्मियो के बीच वह शाहिद पिच्चा व उसके साथियों की परोक्ष पैरवी करने के साथ ही पिच्चा के खिलाफ पुलिस में हो रही कार्रवाई की जानकारी पिच्चा को देकर वह उसे सतर्क कर सके।