निशंक न्यूज।
कानपुर। सावन के तीसरे रविवार को शहर में भगवान शिव के रुद्राभिषेक की धूम रही। शहर के लगभग हर एक प्रमुख स्थानों पर रविवार का अवकाश होने के कारण भक्तों की भारी भीड़ भगवान शिव की आराधना में लीन नजर आई। वैसे तो सावन के सोमवार में मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ नजर आती रही है, लेकिन सावन का हर एक दिन भक्ती और आराधना के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। शहर के दक्षिण क्षेत्र में हवेली गार्डन के पास स्थित कामदगिरि अपार्टमेंट में भी रविवार को भगवान शकंर के रुद्राभिषेक का आयोजन किया गया। भक्ति में सराबोर इस आयोजन में शहर के कई प्रमुख नेताओं के साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने भी पूजा अर्चन कर अपने आराध्य से सुख-समृद्धि की कामना की। रुद्राभिषेक में 251 किलों से अधिक फुलों से बाबा भोले का श्रृगार करने से पहले भगवान रुद्र का गाय के दूध से अभिषेक किया गया। आयोजन में प्रमुख रूप से भाजपा नेता देवेन्द्र मिश्र, शैलेन्द्र मिश्र,मनोज सिंह, अभिषेक पाण्डे मोनू, राजीव मिश्र और अधिकांश मिश्र ने पूजा में हिस्सा लिया।
सावन के महीने का होता है विशष महत्व
आपको बतादें कि श्रावण महीना भगवान शिव को समर्पित पवित्र माह है, जिसमें भक्त उपवास, जप और रुद्राभिषेक द्वारा अपनी भक्ति को प्रकट करते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान सावन सोमवार, मंगल गौरी व्रत, शिवरात्रि और हरियाली अमावस्या जैसे महत्वपूर्ण पर्व मनाए जाते हैं जो जीवन में सौभाग्य और समृद्धि लाते हैं। श्रावण महीना, जिसे आमतौर पर सावन नाम से जाना जाता है, हिंदू पंचांग का एक अत्यंत पवित्र और आध्यात्मिक रूप से महत्वपूर्ण महिना होता है। यह महीना विशेष रूप से भगवान शिव को समर्पित माना जाता है और भक्तगण पूरे महीने उपवास, जप, ध्यान और रुद्राभिषेक जैसे पूजन कर्मों के माध्यम से शिव भक्ति में लीन रहते हैं।
ऐसी मान्यता है कि श्रावण माह में न केवल सोमवार, बल्कि अन्य दिन भी देवी-देवताओं की आराधना के लिए विशेष माने जाते हैं। मंगलवार, देवी पार्वती की आराधना को समर्पित होता है और इस दिन महिलाएँ मंगला गौरी व्रत करती हैं, जिससे उन्हें दांपत्य जीवन में सौभाग्य और सुख की प्राप्ति हो सके। सावन का प्रत्येक दिन भक्ति, आस्था और प्रकृति के उल्लास से भरा होता है, जब न केवल मंदिरों में बल्कि घर-घर में भी भगवान शिव की महिमा गूंजती है।