निशंक न्यूज।
कानपुर देहात। एक बार कानपुर नगर के बर्रा थाने दूसरी बार कानपुर देहात के एक कार्यालय के बाद इस बार फिर प्रदेश सरकार की मंत्री प्रतिभा शुक्ला थाने में धरने पर बैठ गईं। इस बार उन्होंने कानपुर देहात की अकबरपुर कोतवाली में धरना दिया। कोतवाल को हटाने की मांग को लेकर गुरुवार दोपहर से शुरू किया गया धरना रात आठ बजे तक जारी था। इस बार मंत्री के तेवर और भी तीखे थे। उन्होंने पहले सीओ से बात करने से मना कर कह दिया कि पहले कोतवाल हटेगा तब मैं यहां से जाऊंगी। जब पुलिस अधीक्षक ने थाने पहुंचकर कमरे में बात करने को कहा तो मंत्री जी का साफ जवाब था कि टेबल पर नहीं खुले में जनता के सामने बात होगी।
क्रास मुकदमा लिखने से नाराज हैं राज्यमंत्री
बताया गया है कि कोतवाली थाने में एक मुकदमें क्रास रिपोर्ट दर्ज होने से नाराज प्रदेश सरकार की राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे कुछ कार्यकर्ताओं के साथ अकबरपुर कोतवाली पहुंची। यहां जाते ही वह सीधे धरने पर बैठ गईं उनका कहना था कि कोतवाल ने फर्जी एससीएसटी की रिपोर्ट दर्ज कर कार्यकर्ताओं को परेशान किया है। राज्य मंत्री ने लालपुर चौकी इंचार्ज पर भी गंभीर आरोप लगाए। कहा कि कोतवाल और चौकी इंचार्ज दोनों हटाए जाएंगे तभी वह कोतवाली से जाएंगीं। राज्यमंत्री के थाने पर धरना देने की जानकारी मिलते ही सीओ भोगनीपुर संजय सिंह, प्रिया सिंह उन्हें समझाने पहुंची यह लोग बात करते लेकिन मंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि पहले कोतवाल हटाया जाए इसके बाद ही वह कोई बात करेंगी या फिर थाने से हटेंगी। शाम को एसपी अरविंद मिश्र कोतवाली पहुंचे। वहीं दफ्तर में बैठ कर मंत्री से बात करने के लिए कहा। मंत्री ने कहा कि बात मैदान में ही होगी।
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पानी बरसने लगा तो जमीन पर डटी रहीं मंत्री

शाम को तेज बारिश शुरु हो गई। इससे कार्यकर्ता सिमट कर कोतवाली के पोर्च के नीचे खड़े हो गए। मंत्री जमीन में बिछाई गई दरी पर बराबर बैठीं रहीं। शाम को उनके पति पूर्व सांसद अनिल शुक्ला वारसी भी जाकर धरने में बैठ गए। देर शाम तक कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका।
राज्यमंत्री पहले भी दो बार बैठ चुकी हैं धरने पर
जानकार लोगों का कहना है कि राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला इसके पहले भी दो बार व्यवस्था से नाराज होकर धरने पर बैठ चुकी हैं। पूर्व में थाना प्रभारी द्वारा अपना फोन न उठाए जाने से नाराज होकर राज्यमंत्री कानपुर नगर के बर्रा थाने में जाकर धरने पर बैठ गईं थीं तब उन्हें जांच कराकर कराकर कार्रवाई करने का भरोसा देकर धरने खत्म करने के लिये मनाया गया था। इसी तरह एक बार कानपुर देहात में सीडीओ कार्यालय के काम पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने धरना दिया था। इस बार कानपुर देहात के अकबरपुर थाने में वह यहां के कोतवाल को हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठी। समाचार लिखे जाने तक धरना जारी था।
इस बार यह रहा राज्यमंत्री की नाराजगी का कारण
बताया गया है कि अकबरपुर नगर पंचायत के वार्ड नंबर दो बदलापुर में विधायक निधि से बन रही सडक़ का काम दो दिन पहले वहां के सभासद ने शमशाद अहमद ने बंद करा दिया था। इसके बाद स्थानीय विधायक और राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला ने मौके पर पहुंच कर काम शुरु कराया। उनके जाने के बाद चेयरमैन दीपाली सिंह व ईओ ने पहुंच कर फिर से काम बंद करा दिया। उनका कहना था कि सभासद की निजी जमीन पर सडक़ बनाई जा रही है साथ ही नगर पंचायत से एनओसी भी नहीं ली गई। इस मामले में ठेकेदार ने सभासद पर रंगदारी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। वहीं राज्यमंत्री के करीबी पर एससीएसटी की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। इससे वह खफा हो गईं। उनका कहना है कि फर्जी एफआईआर दर्ज की गर्ई है।