बहन के आशिक का सिर काटा फिर गंगा में फेंका शव

निशंक न्यूज

कानपुर। करीब एक सप्ताह पहले महराजपुर थानाक्षेत्र में गंगा में मिली सिरकटी लाश चकेरी के शिवकटरा क्षेत्र में रहने वाले ऋषिकेश की थी। उसकी हत्या प्रेम संबंधों में की गई थी। आरोप है कि उसका ही एक दोस्त अपनी बेजा हरकतों के कारण जिला बदर हो गया था। उसके शहर से बाहर रहने के दौरान ऋषिकेश उसकी रिश्ते के एक बहन से प्रेम करने लगा इसी की सजा उसे मिली और जिला बदर खत्म होने के बाद लोटे दोस्त को इस बात की जानकारी मिली तो उसने अपने दोस्तों की मदद से ऋषिकेश को अगवा कराने के बाद सिर काटकर उसकी हत्या कर दी और शव को गंगा में फेंक दिया। पुलिस ने इस अंधे हत्याकांड का खुलासा कर आज घटना में शामिल चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। अन्य की तलाश में छापे मारे जा रहे हैं।

हाथ में बने टैटू और कलावा से हुई थी पहचान

पुलिस सूत्रों की मानी जाए तो सोमवार को महाराजपुर क्षेत्र में गंगा की लहरों में एक युवक की सिरकटी लाश बरामद हुई थी। हाथ में टैटू और कलाई पर कलावा बंधा होने के आधार पर मरने वाले की शिनाख्त चकेरी के शिवकटरा बस्ती से लापता ऋषिकेश के रूप में की गई थी। इस घटना को गंभीरता से लेकर डीसीपी सत्यजीत गुप्ता ने अपने अनुभव के आधार पर टीम को लगाकर ऋषिकेश के कुछ दोस्तों के पीछे पुलिस को लगाया। पुलिस ने कुछ युवकों को हिरासत में लेकर अपने अंदाज में बात की तो एक युवक टूट गया और उसने पुलिस को बताया कि मोहल्ले में ही रहने वाले ऋषिकेश के एक गहरे दोस्त से ऋषिकेश ने धोखेबाजी की जिसकी उसे उसके ही दोस्त ने सजा दी। इस युवक ने पुलिस को बताया कि ऋषिकेश का यह दोस्त अपराधी किस्म का था और कई घटनाओं में दोनों साथ रहे लेकिन क्रिमिनल हिस्ट्री के कारण दोस्त जिलाबदर हुआ तो ऋषिकेश ने घर आने जाने के दौरान उसकी रिश्ते की बहन को अपने प्रेम जाल में फंसाना शुरू कर दिया। इस प्रेम कहानी की मोहल्ले में चर्चा होने लगी तो दोस्त ने ऋषिकेश घर आने से रोकने के साथ ही रिश्ते की बहन से भी दूरी बनाने को कहा लेकिन ऋषिकेश इस बात के लिये राजी नहीं हुआ। इससे गुस्साकर ऋषिकेश की हत्या करने की योजना बनाई गई और गणेश-पूजा पंडाल में बुलाकर उसे अगवा किया गया और काकोरी के जंगल में उसके सिर को काटकर धड़ से अलग कर दिया गया। इसके बाद जाजमऊ पुल से लाश को उफनाथी गंगा में फेंक दिया गया।

मोगली ने बुलाया, आलू ने अगवा किया

ऋषिकेश की लाश बरामदगी के बाद चकेरी पुलिस ने ऋषिकेश के हिरासत में लिये गये साथियों के साथ पुलिसिया रवैया अपनाया इनमें एक प्रिंस उर्फ मोगली ने पुलिस को बताया कि घटना में उसके साथ निखिल, आकाश उर्फ आलू और रिशू वर्मा भी शामिल थे। इन चारों ने अलग- अलग हुई बातचीत में पुलिस को बताया कि, चारों के साथ-साथ ऋषिकेश का पक्का दोस्त पवन और उसका भाई भी हत्या में शामिल थे। पवन के कहने पर मोगली और निखिल ने 29 अगस्त की देर शाम ऋषिकेश को गणेश-पूजा के बहाने घर से बुलाया और पंडाल में पहुंचने के बाद आकाश उर्फ आलू ने निखिल और रिशू के साथ मिलकर उसे अगवा किया। वह लोग ऋषिकेश को लेकर काकोरी के जंगल में पहुंचे। यहां पहले से मौजूद पवन निषाद उर्फ डैनी तथा उसके भाई बॉबी ने बहन से इश्क लड़ाने वाले ऋषिकेश को हाथ-पैर बांधकर पीटा इसके बाद डैनी और बॉबी ने चापड़ से उसका सिर काटकर धड़ से अलग कर दिया।

दुस्साहसी युवकों ने लाश को बोरे में भरने का वीडीयो भी बनाया

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि ऋषिकेश की हत्या करने और सिर-धड़ को बोरियों में भरने की घटना का बॉबी ने वीडियो बनाया था। जाजमऊ गंगा पुल से लाश को गंगा में फेंकने का भी वीडियो बनाया गया था। इन आरोपियों ने पुलिस को बताया कि ऋषिकेश और पवन मोहल्ले के पक्के दोस्त थे और अपराध की तमाम घटनाएं दोनों ने साथ की थी। करीब एक साल पहले पवन और ऋषिकेश ने शिवकटका बस्ती की पार्वती के बेटे के पैर में गोली मारी थी। वारदात के बाद दोनों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज हुआ था। जमानत के बाद आपराधिक इतिहास के कारण पवन को छह महीने के लिए जिला-बदर किया गया तो ऋषिकेश ने मौके का फायदा उठाकर पवन की रिश्ते की बहन से नजदीकियां बढ़ा लीं। इस बात से पवन बहुंत नाराज था।

मुख्य आरोपी व उसके भाई की तलाश में छापेमारी

ऋषिकेश की हत्या के आरोप में पुलिस ने मोगली उर्फ प्रिंस, निखिल, आकाश उर्फ आलू और रिशू वर्मा को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन मुख्य अभियुक्त पवन उर्फ डैनी तथा उसका भाई बॉबी लापता है। डीसीपी-पूर्वी सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि साक्ष्यों के आधार पर चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, डैनी और बॉबी को जल्द दबोच लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि, ऋषिकेश की हत्या के बाद डैनी ने शव को बोरे में डाला और ई-रिक्शा की मदद से जाजमऊ पुल के ऊपर से सिर को अलग और धड़ को अलग लहरों में फेंक दिया था।

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