वेद गुप्ता
आज सावन का पहला सोमवार है। कानपुर शहर में भी बाबा भोलेनाथ के कई ऐसे तीर्थ स्थल हैं, जिनकी कोई न कोई विशेष मान्यता जरूर है यहां हजारो शिव भक्त सावन पर अपनी मनोकामनाएं लेकर पहुंचते हैं लेकिन आपको बता दें कि कानपुर में करीब तीन सौ साल पुराना ऐसा मंदिर भी है जहां के संबंध में मान्यता है कि इस मंदिर के शिवलिंग का रंग दिन में तीन बार बदलता है।
इस मंदिर को बाबा जागेश्वर महादेव मंदिर के नाम से जाना जाता है। मैनावती मार्ग नवाबगंज में बने भगवान भोलेनाथ के इस शिव मंदिर के बारे में कई तरह के दावे और मान्यताएं हैं। भक्त दावा करते हैं कि यहां शिवलिंग दिन में तीन बार रंग बदलता है… जागेश्वर मंदिर में स्थापित शिवलिंग सुबह के वक्त ग्रे रंग का दिखाई देता है, जबकि दिन में ब्राउन रंग का और रात के वक्त इस शिवलिंग का रंग पूरी तरह से जेड ब्लैक दिखाई देता है। श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ का इसे चमत्कार मानते हैं और मान्यता है कि यह शिवलिंग पूरी तरह से जाग्रत अवस्था में है।
चमत्कार मानते हैं भक्त

इस मंदिर की स्थापना के पीछे भी एक दिलचस्प कहानी बताई जाती है। मंदिर कमेटी के लोगों की माने तो करीब 300 साल पहले जागे मल्लाह किसान की एक गाय ने अचानक से दूध देना बंद कर दिया था..जिससे किसान परेशान हो गया। जिसके बाद उसने एक दिन गाय का पीछा किया… जागे मल्लाह जब गाय के पीछे गया तो देखा वह वह एक टीले पर अपना सारा दूध गिरा रही है.. ये चमत्कार देख उससे रहा नहीं गया और उसने जाकर सभी गांव वालों को इस घटना के बारे में बताया.. गांव वालों ने जागे मल्लाह की बात पर सच का पता लगाने के लिए उस जगह पर खुदाई शुरू की।
भक्तों को आकर्षत करता है मंदिर
कहा जाता है कि गाय जिस जगह पर दूध गिरा रही था उस जगह पर किसानों ने खुदाई की शुरुआत की मंदिर की खुदाई के वक्त वहां पर एक शिवलिंग मिला… इस शिवलिंग में खुदाई के दौरान खुरपी लग गई थी जिसका निशान आज भी शिवलिंग पर बना हुआ है… जब मंदिर की स्थापना हुई तो जागे मल्लाह बाबा भोलेनाथ का बहुत बड़ा भक्त बन गया… जिसकी वजह से इस मंदिर का नाम जागेश्वर मंदिर पड़ा. मंदिर का शिवलिंग पूरी तरह से जाग्रत है.. दिन में तीन बार रंग भी बदलता है.. इस चमत्कार को देखने के लिए दूर-दूर से लोग यहां पर पहुंचते हैं….श्रावण मास के अतिरिक्त प्रत्येक सोमवार को भी मंदिर में बड़ी संख्या में शिव भक्त जलाभिषेक करने के लिए यहाँ आते हैं…दिन तो दिन यहां पर रात में भी रिमझिम लाइटों के बीच मंदिर का एक मनोहर और अलौकिक दृश्य देखने को मिलता है… जोकि हर शिवभक्त को अपनी ओर काफी ज्यादा आकर्षित करता है…सावन महीने में बाबा के दरबार में कानपुर शहर ही नहीं बल्कि अन्य जनपदों से भी लोग जागेश्नर बाबा के दर्शन करने पहुंचते हैं।