निशंक न्यूज ।
कानपुर देहात के शिवली थानाक्षेत्र में एक गांव का प्रधान चालीस साल का प्रेम नारायण अक्सर शराब पीकर घर में हंगामा करता था। वह पत्नी को भी पीटता था और नाबालिग बंच्चों को भी। घर वाले उसकी नशेबाजी से आजिज आ गये थे। वह ग्राम प्रधान था कोई उसे समझाने का प्रयास करता तो वह उससे ही झगड़ा करने पर आमादा हो जाता था। शाम को वह फिर घर में शराब पीकर पहुंचा और पत्नी व बच्चों से मारपीट करने लगा। विवाद बढ़ा तो पत्नी व नाबालिग बेटों ने भी विरोध किया और उसपर हमलावर हो गए। इसी बीच पत्नी व बेटों ने नशे में बेकाबू प्रधान पर काबू पाने के लिये उसका गला दबाया तो उसकी मौत हो गई। ग्राम प्रधान की हत्या की यह घटना शिवली थानाक्षेत्र के बैरी दरियाव गांव में हुई।
पुलिस को बरगलाने के लिये झाड़ियों में फेंका पिता का शव
बताया गया है कि मारपीट के दौरान बैरी दरियाव गांव के प्रधान की मौत होने के बाद उसकी पत्नी व नाबालिग बेटों की समझ में आया कि यह गलत हो गया और अब वह लोग फंस जाएंगे और पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजेगी। इसके बाद शातिर दिमाग नाबालिग बेटों ने अपने बचाव का रास्ता तलाशा और योजना बनाकर प्रधान पिता के शव को ले जाकर शिवली कल्याणपुर मार्ग पर ले जाकर झाड़ियों में फेंक दिया। इन लोगों का मानना था कि पुलिस अज्ञात में शव बरामद करेगी भी तो जांच में उन लोगों का नाम नहीं आयेगा और वह किसी विरोधी को फंसाकर बच जाएंगे। इनका मकसद पुलिस को बरगलाने का था ताकि पुलिस जांच में उलझी रहे और वह लोगों की सहानुभूति बटोर सकें।

खुद गए थाने पुलिस की पूछतांच में फंसे
पुलिस सूत्रों की मानी जाए तो पिता की हत्या करने और उनके शव को ठिकाने लगाने के बाद अपने बचाव की पूरी रणनीति बनाने के बाद प्रधान की पत्नी व उसके नाबालिग पुत्र स्वयं ही थाने सूचना देने गये। इन लोगों ने पुलिस को बताया कि प्रधान प्रेम नारायण लापता है उनकी तलाश की गई लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल रहा है। पुलिस को इस बात से संहेद हुआ कि शराब पीने के लती प्रधान के लापता होने की गुमशुदगी दर्ज कराने के लिये इतनी जल्दी क्यों घर वाले थाने पहुंच गये। इसके बाद पत्नी व पुत्रो से पुलिस ने अलग अलग बात करनी शुरू की तो इनके बयानों में कुछ अंतर आया। इस बात से पुलिस को परिवार वालों पर ही संदेह हुआ और पुलिस ने प्रधान की पत्नी व पुत्रों को ही संदेह में लेकर कभी कड़ाई तो कभी मनोवैज्ञानिक दबाव बनाकर पूछताछ शुरू की तो नाबालिग बेटा टूट गया और उसने हत्या की पूरी कहानी पुलिस के सामने स्वीकार कर ली।
पहले पीटा फिर गला दबाया जिससे हुई मौत
पुलिस की सख्ती से पूछतांछ पर परिवार से सदस्यों ने बताया कि प्रधान प्रेम नारायण लगभग रोज ही शराब पीकर घर आते और यहां परिवार के सदस्यों के साथ मार पीट करते थे शराब पीने से उन्हें रोका जाता तो वह गालीगलौज कर हंगामा करते। रविवार की शाम को भी प्रधान प्रेम नारायण (40) रोज की तरह शराब पीकर घर पहुंचे। पत्नी के साथ गला गलौज और मारपीट शुरू कर दी। दो नाबालिग बेटों ने मां को बचाने का प्रयास किया तो वह बच्चों से भी मारपीट करने लगे और हमला करने के लिये पास ही रखा सामान उठा लिया। इसके बाद पत्नी ने बेटों की मदद से प्रधान को पीट दिया। गला दबाने से प्रधान ने दम तोड़ दिया। इसके शव कल्याणपुर मार्ग में झाड़ियों में फेंक घर आ गए। सुबह प्रधान के लापता होने की जानकारी परिवार के लोगों को देने के साथ पुलिस को दी। परिवार के लोगों ने शक जाहिर किया।
पुलिस ने बरामद किया शव
पत्नी व बेटों से हुई पूछतांछ में प्रधान की हत्या का राज खुलने के बाद पुलिस ने बड़े बेटे को ले जाकर संभलपुर के पास झाड़ियों में शव बरामद किया। फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंच साक्ष्य संकलित किए। प्रधान के भतीजे जीतेन्द्र कमल ने मृतक की पत्नी व दो बेटों पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई। क्राइम इंस्पेक्टर शीलेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। तीनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।