निशंक न्यूज, कानपुर।
शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारु और व्यवस्थित बनाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में ई-रिक्शा संचालकों के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में ई-रिक्शा संचालन से जुड़ी व्यवस्थाओं पर विस्तार से चर्चा हुई।
बैठक में डीएम ने कहा कि ई-रिक्शा चालकों को लाइसेंस एवं अन्य जरूरी कागजात बनवाने के कार्य में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाए। उन्होंने एआरटीओ प्रवर्तन राहुल श्रीवास्तव को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया। डीएम ने ई-रिक्शा संचालकों से रूट निर्धारण के संबन्ध में प्रस्ताव मांगे तथा डीसीपी ट्रैफिक से अपेक्षा की कि सुझाव तार्किक एवं यातायात व्यवस्था के अनुकूल होने पर ही स्वीकारे जाएं।
बनाए जाएं ई-रिक्शा स्टैंड
ई-रिक्शा वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधि विकास कुमार ने सुझाव दिया कि प्रमुख स्थलों पर ई-रिक्शा स्टैंड बनाए जाएं, जिससे अनावश्यक जाम से राहत मिल सके। इस पर नगर निगम ने अवगत कराया कि उनकी सीमा में आने वाले 20 स्थानों को ई-रिक्शा पार्किंग हेतु चिन्हित किया जा चुका है। डीएम ने 13 जुलाई से पूर्व चिन्हित पार्किंग स्टैंड पर मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
बैठक में शहर में सिटी बसों की उपलब्धता पर भी चर्चा हुई। बताया गया कि फिलहाल 90 सीएनजी और 75 इलेक्ट्रिक बसें संचालित हैं। माह के अंत तक 100 और 28-सीटर इलेक्ट्रिक बसें मिलने की संभावना है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी बसें निर्धारित स्टॉप पर ही रुकें, जिससे यात्रियों को सुविधा हो और यातायात व्यवस्था भी सुचारु बनी रहे।
बैठक में डीसीपी ट्रैफिक रविंद्र कुमार, आरटीओ प्रवर्तन राहुल श्रीवास्तव, एआरटीओ कहकशां, एआरएम रोडवेज रामलवट, तथा ई-रिक्शा वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार वाजपेयी, कपिलदेव, देवेंद्र पाल और राजकुमार उपस्थित रहे।