ओ पी पाण्डेय
अलीगढ । जनपद वासियों को नगर निगम से जुड़ी हर सुविधा सुचारू रूप से उपलब्ध कराने के लिए संकल्पित अलीगढ़ के नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा मंगलवार को यहां की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने वाले सेवा भवन कार्यालय पहुंचे तो यहां की व्यवस्था देख अवाक रह गये। उन्हे कार्यालय में गंदगी मिली और यहां का फर्नीचर भी कई जगह टूटा था। व्यवस्था से नाराज नगर आयुक्त ने संबंधित अधिकारियों को चेतावनी दी और साफ कहा कि जनपद के साथ कार्यालय का भी रखरखाव व सफाई व्यवस्था ठीक रखी जाय।

नगर निगम की सफाई व्यवस्था का जिम्मा संभालने वाले सेवा भवन कार्यालय की साफ सफ़ाई को लेकर नगर आयुक्त आईएएस प्रेम प्रकाश मीणा ने आज दोपहर बाद जनसुनवाई के उपरांत अचानक निरीक्षण किया। नगर आयुक्त द्वितीय तल पर पहुंचे जहाँ निर्माण विभाग अपर नगर आयुक्त कार्यालय मुख्य अभियंता संपत्ति विभाग नजारत और विधि विभाग के कई पटल स्थित हैं। निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने विभिन्न कार्यालयों के बाहर की स्थिति का भौतिक सत्यापन किया।
लिफ्ट के पास ही गंदगी, गमले भी थे सूखे
निरीक्षण के दौरान युवा नगर आयुक्त को निर्माण विभाग में लिफ्ट के पास, मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर गंदगी, टूटे हुए फर्नीचर और सूखे गमले पड़े मिले। वहीं सीढ़ियों पर कई स्थानों पर पान और गुटखे की पिक देखी गई जिस पर उन्होंने कड़ी नाराज़गी व्यक्त की। इस पर उन्होंने नजारत प्रभारी अधिकारी को 48 घंटे के भीतर विशेष अभियान चलाकर सेवाभवन की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त आईएएस प्रेम प्रकाश मीणा ने स्पष्ट निर्देश दिए कि कार्यालय में पान गुटखा आदि का सेवन पूर्णतः प्रतिबंधित है। यदि कोई कर्मचारी गुटखा खाकर पिक करता पाया गया तो उसके विरुद्ध जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कार्यालय की स्वच्छता बनाए रखने की जिम्मेदारी प्रत्येक कर्मचारी की है और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
स्वच्छता के प्रति जागरूक रहें कभी भी हो सकता निरीक्षण

युुवा नगर आयुक्त ने कहा कि वे प्रतिदिन सेवाभवन के किसी भी पटल या फ्लोर का रैंडम निरीक्षण करेंगे। यदि कहीं भी गंदगी अथवा लापरवाही पाई गई तो संबंधित कर्मियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी। नगर आयुक्त प्रेम प्रकाश मीणा ने कर्मचारियों से अपील की कि वे स्वयं स्वच्छता के प्रति जागरूक रहें और कार्यालय को साफ-सुथरा रखने में सहयोग करें, ताकि नगर निगम अपने कार्यालय से ही स्वच्छता का उदाहरण प्रस्तुत कर सके।