कानपुर, अमित गुप्ता
कानपुर मेट्रो स्टाफ ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए यात्री सेवा की बेहतरीन मिसाल पेश की है। सुरक्षा कर्मियों और स्टेशन स्टाफ ने परिजनों से बिछड़े मासूम को मिला दिया, बच्चा मिलते ही मां की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
चेक प्वाइंट पर भटक रहा था मासूम
8 वर्षीय अर्पित शनिवार 28 जून की रात कानपुर सेंट्रल मेट्रो स्टेशन के सुरक्षा चेकप्वाइंट के निकट काफी देर से अकेले भटक रहे थे। सुरक्षा कर्मियों और स्टेशन कंट्रोलर ने उनसे पूछताछ की तो पता चला कि वे अपने परिजनों से बिछड़ गए हैं। स्टेशन कंट्रोलर ने इसके बाद चाइल्ड केयर हेल्पलाइन नंबर को इस बारे में सूचित किया। आगे की कार्रवाई के लिए बच्चे को मेट्रो स्टेशन पर तैनात यूपीएसएसएफ और चाइल्ड केयर हेल्पलाइन की टीम जीआरपी थाने लेकर गई। अगले दिन सुबह लगभग 5:00 बजे जीआरपी ने सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद बच्चे को उसकी मां के हाथों में सौंप दिया। सतर्क और संवेदनशील मेट्रो कर्मियों की वजह से बच्चा अपनी मां से वापस मिल सका।
पेश की यात्री सेवा की मिसाल
कानपुर मेट्रो स्टाफ़ के लॉस्ट एण्ड फाउंड सेल ने परिचालन आरंभ होने से अब तक, यात्रियों को लगभग 97 हज़ार रुपए कैश, 5 लैपटॉप और 85 स्मार्टफ़ोन वापस लौटाए हैं। इसके अलावा ज़रूरी दस्तावेज़-जूलरी जैसे लगभग 190 आइटम्स भी यात्रा के दौरान खोने के बाद उसके सहीं मालिक को लौटाए गए हैं। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक, श्री सुशील कुमार ने कहा कि, ‘कानपुर मेट्रो स्टाफ़ यात्रियों की सेवा और सुरक्षा के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ प्रयासरत रहता हैं। यात्रियों की संतुष्टि और विश्वास ही हमारी असली उपलब्धि है। भविष्य में भी पूरी लगन और निष्ठा से हम इस दिशा में प्रयास करते रहेंगे।