फतेहपुर : सजते ही जल उठी पटाखा बाजार, 70 दुकानें और 25 बाइकें जलीं, धुएं के गुबार से भर गया आसमां

निशंक न्यूज नेटवर्क

फतेहपुर। शहर के महात्मा गांधी डिग्री कालेज मैदान में पटाखा बाजार में दुकानें अभी सज ही पाई थी कि रविवार दोपहर करीब 12 बजे एक दुकान से उठी चिंगारी ने पूरा बाजार जलाकर राख कर दिया। करीब एक घंटे में विकराल हुई आग में सभी 70 दुकानें और करीब 25 बाइकें जल गईं। धुएं के गुबार से आसमान भर गया और आतिशबाजी के धमाका के धमाके से आसपास करीब डेढ़ किलोमीटर तक के क्षेत्र में दहशत का माहौल बना रहा। भगदड़ मचने से करीब पांच लोग घायल हुए हैं। हादसे में करीब पांच करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया गया है।

महाविद्यालय मैदान में लगा था बाजार

पटाखा बाजार महाविद्यालय मैदान में लगा था। इसके लिए सभी दुकानदारों को प्रशासन ने एक दिन पहले ही लाइसेंस जारी किए थे। रविवार की सुबह ही दुकानदाराें ने अपनी दुकाने सजाई थी। सुबह से बच्चों के साथ पटाखा खरीदने वालों की भीड़ लगनी शुरू हो गई थी। दोपहर करीब बारह बजे एक दुकान से उठी चिंगारी से आग लग गई। देखते ही देखते आग विकराल हो गई और दुकानदार कुछ कर पाते एक एक करके सभी दुकानों में आग लगती गई। दुकानदार मौके पर मौजूद अग्निशमन यंत्र, बालू और पानी से आग बुझाने का प्रयास करते रहे, जो नाकाफी रहे।

दीवार फांदकर भागे लोग

अचानक धमाका व आग देखकर लोग दीवार फांदकर जान बचाते नजर आए। वहीं पटाखा बाजार में भगदड़ मच गई हर कोई इधर उधर भागते अपनी जान बचाते नजर आया। दीवार फांदकर लोग बाजार से सटे मुहल्ले उत्तरी शांतिनगर में पहुंचे जहां उन्हें बैठाया। पास में ही एक हास्पिटल के फायर सिस्टम से पानी का पाइप लाकर आनन फानन आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। मौके पर पहुंचे अफसरों ने आग बुझाने के प्रयास में तेजी लाई। करीब एक घंटे बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस दौरान सभी दुकानों के साथ वहां पर खड़ीं बुलेट, स्कूटी समेत 25 बाइकें व पांच साइकिलें जल गईं। वहीं घायल हुए पांच लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

नहीं काम आई फायर ब्रिगेड

स्थानीय लोगों की मानें तो हादसे के पीछे फायर ब्रिगेड की लापरवाही सामने आई है। पटाखा बाजार में खड़े दमकल वाहनों में पानी ही नहीं था। वहीं महाविद्यालय मैदान के ठीक सामने दो सौ मीटर पर फायर स्टेशन है। दमकल की 800 लीटर पानी क्षमता वाली एक गाड़ी थी लेकिन आग बुझाने के लिए उसके पाइप से पानी नहीं निकला क्योंकि टैंक खाली था। 25 मिनट तक कोई मदद नहीं मिली और 40 मिनट के अंदर सब कुछ तबाह हो गया। जिस समय आग लगी उस समय पटाखा बाजार में तकरीबन चार सौ लोग थे। फतेहुपर डीएम रविंद्र सिंह का कहना है कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई है। आग लगने के कारणों की जांच कराई जाएगी। नुकसान का आकलन किया जा रहा है। दोष सामने आने पर कार्रवाई भी तय की जाएगी।

जीटी रोड पर बंद किया यातायात

आग लगने के बाद पुलिस ने लाठियां पटककर भीड़ को खदेड़ा। इस दौरान 30 मिनट तक शहर के अंदर का जीटी रोड मार्ग से यातायात ठप रहा। अब तक फतेहपुर में ढाई माह के अंदर पटाखा विस्फोट से छह लोगों की मौत हो चुकी है।

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