ओपी पाण्डेय।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 5 अगस्त सोमवार को अलीगढ़ वासियो को विकास की सौगात देंगे। वह यहां कई विकास योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास भी कर सकते है। मुख्यमंत्री करीब 10 बजे अलीगढ़ पहुंचेंगे। उनके कार्यक्रम की तैयारी को लेकर प्रशासनिक अधिकारी पूरी तरह मुस्तैद रहे। जलभराव की कोई समस्या न हो इसके लिए उनके सभास्थल के आसपास नगर निगम की पूरी टीम को लगा दिया गया है। वह करीब पौने 2 बजे अलीगढ़ से आगरा के लिए प्रस्थान करेंगे। मुख्यमंत्री के सामने आलीगढ़ के सीएमओ को लेकर चल रहा विवाद उठाया जा सकता है। जिसमें लगभग सात विधायकों ने सीएमओ पर भ्रष्ट्राचार का आरोप लगाया है।
नुमाइश मैदान में पांच अगस्त को प्रदर्शनी का आवलोकन करेंगे मुख्यमंत्री
जानकार सूत्रों की मानी जाये तो मुख्यमंत्री दोपहर करीब साढ़े 12 बजे अलीगढ़ के प्रमुख नुमाइश मैदान में पहुंचेंगे। यहां वह विभिन्न विभागों द्वारा उनके कार्य तथा सरकार की योजनाओं से संबंधित लगायी जाने वाली प्रदर्शनी का अवलोकन कर विभागो के अधिकारियों का उत्साहवर्धन कर सकते है। इसके बाद वह नुमाइश मैदान में ही जनसभा को सम्बोधित करेंगे। जिसमें अलीगढ़ के विकास से संबंधित महत्वपूर्ण घोषणाएं की जा सकती है। इस मंच से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण करेंगे, और जनकल्याणकारी योजनाओं के अन्तर्गत चयनित लाभार्थियों को प्रमाण पत्र का वितरण करेंगे।
नौ सौ करोड़ की परियाजनाओं का करेंगे शिलान्यास व लोकार्पण
जानकार सूत्रों का कहना है कि अलीगढ़ प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अलीगढ़ के लोगों को करीब नौ सौ करोड़ की परियोजनाओं का तोहफा दे सकते हैं। इसमें करीब ढाई सौ करोड़ रुपये के काम नगर निगम से संबंधित हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री मंच से पांच होनहार छात्र-छात्राओं को टैबेलेट का वितरण कर इनका उत्साह भी बढ़ाएंगे।
बैठक में उठ सकता सीएमओ का मामला
जानकार लोगों का कहना है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अलीगढ़ प्रवास के दौरान कलेक्ट्रेट सभागार में मंण्डलीय समीक्षा बैठक भी करेंगे। जिसमें मण्डल से संबंधित प्रदेश सरकार के मंत्री सासंद विधायक तथा विधान परिषद सदस्य से वह विकास योजनाओं से संबंधित सीधा संवाद कर सकते है। इस बात की चर्चा है कि जनप्रतिनिधियों की इस बैठक में विधायकों द्वारा अलीगढ़ के सीएमओ कार्यालय में व्याप्त भ्रष्ट्राचार का मुद्दा उठाया जा सकता है। हालांकि अधिकारी इस प्रयास में है कि मुख्यमंत्री के सामने केवल विकास की बात हो न कि किसी की शिकायत मुख्यमंत्री के सामने रखी जाये। इसके लिए अधिकारी जनपद के सांसदों व विधायकों को मनाने के प्रयास में भी लगे है।
सात विधायको ने लगाया है सीएमओ पर भ्रष्ट्राचार का आरोप
बताया गया है कि अलीगढ़ जनपद के 6 विधायकों तथा एक विधान परिषद सदस्य ने अलीगढ़ की सीएमओ पर भ्रष्ट्राचार का आरोप लगाया है। हालांकि पूर्व में जिला स्तर पर की गयी जांच में सीएमओ को क्लीनचिट देने का प्रयास किया गया है लेकिन विधायक इस जांच से संतुष्ट नही है। इनका कहना कि सीएमओ कार्यालय में चल रहे भ्रष्ट्राचार के कारण आम लोगो के बीच सरकार की छवि खराब हो रही है। विधायकों की शिकायत में सीएमओ नीरज त्यागी के साथ साथ इस कार्यालय से जुड़े डाक्टर रोहित तथा लीपिक रणधीर चौधरी पर भी विधायकों ने गम्भीर आरोप लगाये है।
यह लगाये गये है आरोप
जानकार लोगों का कहना है कि विधायकों ने सीएमओ कार्यालय में व्याप्त भ्रष्ट्राचार पर सीएमओ को घेरते हुए प्रमुख रूप से जो आरोप लगाये है उसमें यह आरोप प्रमुख रूप से शामिल है।
1-एक एक चिकित्सक के नाम पर कई अस्पतालों का संचालन किया जा रहा है।
2-निजी अस्पतालों के पंजीकरण के नाम पर किया जा रहा है घालमेल
3-संविदा स्टाफ व चिकित्सकों की मनमाने ढंग से लगायी जा रही है ड्यूटी
4-एम्बुलेंस संचालन व दवा खरीद के नाम पर बनाया जाता है दबाव
5-स्टाफ नर्सों तथा डाक्टरों को मनमाने तरीके से किया जा रहा है इधर से उधर
6-रेडक्रास सोसायटी में हो रही आय व व्यय की व्यवस्था में की जा रही मनमानी
सीएमओ को हटाने की हो चुकी है मांग
जानकार लोगों की मानी जाय तो पूर्व में सीएमओ के खिलाफ की गयी जांच पर उंगली उठाते हुए जनपद के 6 विधायकों तथा एक विधान परिषद सदस्य ने पूर्व में ही प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को भेजे गये पत्र में कहा है कि उन लोगो द्वारा सीएमओ पर लगाये गये भ्रष्ट्राचार की जांच किसी अन्य अधिकारी से करायी जाये। पत्र में विधायकों ने यह भी कहा है कि जब तक जांच हो रही है सीएमओ को अलीगढ़ से हटा दिया जाये ताकि व जांच को प्रभावित न कर सके।