सावधानः बरसात में बच्चें हो रहे है इस बीमारी के शिकार

निशंक न्यूज।

कानपुर। घर में बच्चे हैं तो आप सावधान हो जाएं। बरसात के मौसम में बच्चे संक्रमण के शिकार होकर गंभीर बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। इस बीमारी के चलते बच्चो के शरीर पर दाद और छाले पड रहे है। इस संक्रामण से पीड़ित कई बच्चे हैलट ओपीडी के चर्म रोग विभाग में आ रहे है। चर्म रोग विभागध्यक्ष डॉ डी.पी.शिवहरे ने बताया कि बरसात के मौसम में यह बीमारी अब आम हो चली है। इस बीमारी को इम्पेटीगो कहते है जो कि एक संक्रामण बीमारी है।

हैलट के स्किन रोग विभागध्यक्ष डॉ डी.पी.शिवहरे ने बताया कि यह बीमारी बच्चो में खास कर बरसात के मौसम में पायी जाती है। ओपीडी में आने वाले अभिभावक इस बीमारी को लेकर काफी भयभीत दिखायी पडे है। उन्होंने बताया कि यह संक्रामित बीमारी छूने से फैलती है। इस बीमारी को इम्पेटिगो कहा जाता है। इम्पेटिगो एक आम त्वचा संक्रमण है जो आमतौर पर बच्चों में होता है, लेकिन यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। यह बैक्टीरिया के कारण होता है और त्वचा पर लाल, खुजलीदार फफोले या छाले पैदा करता है। उन्होंने बताया कि अगर अभिभावक व युवा वर्ग थोडी सावधानी बरते तो इसे जल्द नियंत्रित किया जा सकता है।

बीमारी होने के कारण

इम्पेटिगो स्टैफिलोकोकस ऑरियस या स्ट्रेप्टोकोकस पाइोजेन्स नामक बैक्टीरिया के कारण होता है। इस बीमारी के लक्षण जैसे कि त्वचा पर लाल, खुजलीदार फफोले या छाले होना जोकि चेहरे, नाक, मुंह और हाथों पर दिखाई देते हैं। ये छाले फट कभी-कभी फट जाते है और शहद के रंग की पपड़ी बनाते है। इम्पेटिगो एक संक्रामक बीमारी है, जिसका मतलब है कि यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से फैल सकती है।

इस बीमारी से ऐसे करें बचाव

इम्पेटिगो का उपचार आमतौर पर एंटीबायोटिक क्रीम या गोलियों से किया जाता है।

इम्पेटिगो से बचने के लिए बच्चो और युवा वर्ग को अपनी त्वचा को साफ रखना चाहिए,ं.

घावों या छालों को न छुएं और न ही खरोंचें, संक्रमित व्यक्ति के साथ तौलिये, कपड़े या बर्तन साझा न करें, अपने हाथों को बार-बार धोएं.।

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