मुआवजे की रकम में हिस्से के लिये भाई को गोली मारी

निशंक न्यूज।

कानपुर। कानपुर कमिश्नरेट के बिठूर थानाक्षेत्र में लगातार दूसरे दिन रिश्तों को शर्मसार करने वाली घटना हुई। इस घटना में पिता को मिली मुआवजे की रकम में हिस्सा पाने के लिये एक भाई ने दूसरे को गोली मार दी। गोली गर्दन के पास लगी जिससे युवक की हालत गंभीर है उसे उपचार के लिये हैलट अस्पताल भेजा गया। पुलिस मामले की जांच करने के साथ ही आरोपी को गिरफ्तार करने के लिये छापेमारी कर रही है।

कानपुर में माता-पिता के साथ रहता है घायल बेटा

पुलिस सूत्रों की मानी जाए तो बिठूर थाना क्षेत्र के बनी गांव में रहने वाले रामचंद्र तिवारी उर्फ सत्तार के चार बेटे हैं । रामचंद्र अपने छोटे बेटे टोनी तथा पत्नी के साथ कानपुर में किराए पर घर लेकर रहते हैं। उनका पुत्र 25 साल का टोनी रोजगार व गांव की जमीन की देखरेख के लिये गांव में ट्रैक्टर चलाता है। गांव की खेती भी टोनी ही अपनी देखरेख में कराता है। इसके चलते उसकी गांव के लोगों के बीच भी गहरी पैठ है।। पुलिस को बताया गया कि बुधवार रात करीब 11:30 बजे टोनी मोहल्ले में जगदीश पासी के घर के पास से गुजर रहा था, तभी बड़े भाई शिवम ने तमंचा निकाल कर उस पर फायर कर दिया। गोली दाहिने कंधे और गर्दन के बीच लगी। घायल टोनी को बिठूर पुलिस ने तुरंत हैलट अस्पताल में भर्ती कराया।

रिंगरोड की जमीन के बदले मिला है मुआवजा

ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि पुलिस ने बताया कि रामचंद्र तिवारी की कुछ जमीन प्रस्तावित कानपुर रिंगरोड में आई थी। इस जमीन के मुआवजे के रूप में रामच्ंद्र तिवारी उर्फ सत्तार को काफी पैसा मिला है। रामचंद्र का बड़ा बैटा अक्सर अपने पिता पर यह दबाव बनाता था कि मुआवजे की रकम में उसे हिस्सा दिया जाए लेकिन रामचंद्र साथ रहने व खेती में हाथ बंटाने के कारण छोटे बेटे टीनी की ज्यादा मदद करते थे यह बात अन्य पुत्रों के साथ ही शिवम को खराब लगती थी। इसी के चलते वह अपने छोटे भाई टोनी से रंजिश मानने लगा।

प्रेम विवाह करने पर पिता ने बेदखल कर दिया था

बड़े बेटे का कहना था कि उसने अपनी पसंद की शादी की। इसके बाद से पिता उससे नाराज रहत थे और इसी कारण के चलते पिता ने उसे हिस्सेदारी से बेदखल कर दिया। इसी रंजिश ने भाई शिवम को छोटे भाई टोनी पर हमला करने के लिए उकसाया।

पिता ने केवल टोनी की मदद की अन्य को नजरअंदाज किया

एसीपी कल्याणपुर रंजीत कुमार ने बताया कि टोनी की हालत खतरे से बाहर है। इस मामले में पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि भाई-भाई में बहुत पहले से विवाद था रिंग रोड प्रस्ताव पास होने के बाद आरोपित भाई घर के मामलो में ज्यादा दखल देने लगा था जिसका टोनी विरोध करता था। इसी से दोनों में खुन्नस बढ़ गयी थी। उन्होंने कहा कि रामचंद्र तिवारी ने रिंग रोड की जमीन से मिले मुआवजे में सिर्फ टोनी की मदद की, जबकि अन्य तीन बेटों को कुछ नहीं दिया। इसी बात को लेकर बड़े भाई ने छोटे भाई से रंजिश पाल रखी थी।पुलिस ने बताया कि मामले की जांच में कई अहम साक्ष्य मिले है। जांच जारी है।

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