निशंक न्यूज।
कानपुर। महाराष्ट्र में भाषाई विवाद के चलते रेड़ी व फेर दुकानदारों पर किए जा रहे हमले से कानपुर के व्यापारी आहत है। सोमवार को इन लोगों ने गांधी प्रतिमा पर धरना देकर अपना विरोध जताया और केन्द्रीय गृहमंत्री को ज्ञापन देकर चेतावनी दी कि व्यापारियों पर हमले बंद न किए गये तो सड़क पर आंदोलन किया जायेगा।
धरना देने पहुंचे व्यापारियों का कहना था कि महाराष्ट्र में व्यापार करने वाले हिन्दी भाषी क्षेत्रों के लोगो को आम बोलचाल में मराठी न बोलने का हवाला देकर उनके साथ मारपीट की जा रही है। जिसे व्यापारी वर्ग कतई बर्दाश्त नही करेगा। यहा कहा गया कि यूपी के अयोध्या, बनारस, प्रयागराज जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों पर दूसरे प्रदेशों तथा विदेशो के भी लोग आते है। यहां तो भाषा के नाम पर किसी से अभ्रदता नही कि जाती है। महाराष्ट्र के लोगो को यूपी से सीख लेनी चाहिए।
एक घंटे के सांकेतिक धरने के बाद गृहमंत्री को भेजा ज्ञापन

एक घण्टे का सांकेतिक धरना देने वाले व्यापारी नेताओं ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को सम्बोधित एक ज्ञापन भी भेजा। धरने में शहर के सभी प्रमुख व्यापार मण्डलों से अध्यक्ष महामंत्री व कोषाध्यक्ष को आमंत्रित किया गया था। जिसके चलते धरना स्थल पर सैकड़ो व्यापारी पहुंच गये। इन्होंने कहाकि आज सांकेतिक धरना देकर चेतावनी दी गयी है। अगर सरकार व्यापारियों पर किए जा रहे हमलो को नही रोकती है तो लखनऊ से लेकर दिल्ली तक सड़क पर आन्दोलन किया जायेगा। विरोध प्रदर्शन करने वालो में व्यापार मण्डल के अध्यक्ष मुकुन्द मिश्रा, प्रमुख व्यापारी नेता विजय पण्डित, सुनील बजाज, नीरज दीक्षित, सुरेश गुप्ता, कृपाशंकर त्रिवेदी, राजेंद्र शुक्ला, प्रदीप गुप्ता, निर्मल त्रिपाठी राजा शुक्ला, मनोज बाजपेई, सुशील गुप्ता आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।