निशंक न्यूज डेस्क
कानपुर। जनसुराज पार्टी के दो प्रत्याशी आज नामांकन नही करा सके। इसे राजनीतिक चाल बताकर पीके ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोला तो भाजपा द्वारा पीके के आरोपो को गलत बताकर पीके को घेरा। पीके की पत्रकार वार्ता ने बिहार की राजनीति में हलचल बढ़ा दी है।
इधर एनडीए की कमान संभाल रहे मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने मुजफ्फरपुर के मीनापुर में एक सभा कर साफ संकेत दिया कि एक बार फिर एनडीए ही बिहार में सरकार बनाने जा रही है।
मीनापुर से नीतीश ने की शुरूआत

बिहार चुनाव में एनडीए और महागठबंधन से प्रत्याशियों के नाम तय होने व इनके द्वारा नामांकन कराने के बाद सभी की निगाह इस बात पर टिकी थी कि राज्य के मुख्यमंत्री व जेडीयू नेता नीतिश कुमार कहा से अपने चुनावी अभियान की शुरूआत करते है। दीपावली के ठीक दूसरे दिन जेडीयू प्रमुख नीतिश कुमार ने मुजफ्फरपुर के मीनापुर विधानसभा क्षेत्र से अपनी पार्टी के चुनाव अभियान की शुरूआत कर दी। सभा में जुटी भीड़ इस बात का संकेत दे रही थी कि जेडीयू को हलके में लेने वालो को राजनीतिक झटका लग सकता है।
फिर बनेगी एऩडीए की सरकार
मीनापुर विधानसभा क्षेत्र में अपनी पहली चुनावी सभा में नीतिश कुमार ने महागठबंधन के नेताअों तथा उनकी घोषणाअों की आलोचना करते हुए मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने कहाकि एनडीए सरकार ने बिहार के हर वर्ग खासकर महिलाअों के लिए पूरे कार्यकाल में तमाम काम किए। एेसे में आम लोगो का रूझान एनडीए उम्मीदवारों की तरफ है। जो इस बात का संकेत दे रही है कि एक बार फिर बिहार में एनडीए की सरकार बनने जा रही है।
पीके को लगा झटका

दिवाली के बाद का पहला दिन बिहार में चुनावी मैदान मारने के उद्देश्य से मैदान में उतरे जनसुराज पार्टी के नेता प्रशान्त किशोर के लिए शुभ नही रहा। यहां से प्रशान्त किशोर के दो उम्मीदवार नामांकन नही कर सके। एक प्रत्याशी ने तो एेन वक्त पर पीके को दाव देकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। यह झटका प्रशान्त किशोर के लिए सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि प्रशान्त किशोर ने यह कहा कि बीजेपी ने दबाव बनाकर उनके प्रत्याशी को अपहरण के अंदाज में बंधक बनाया। उन्होंने यह भी कहाकि इससे भाजपा का चाल चरित्र चेहरा तीनो उजागर हो गया है। इसी तरह प्रशान्त किशोर की पार्टी के एक अौर प्रत्याशी नामांकन भी नही कर सके। इस प्रत्याशी की जीत पर प्रशान्त किशोर को बड़ा भरोसा था। देर शाम पत्रकार वार्ता कर उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया की भारतीय जनता पार्टी ने योजना बनाकर उनके प्रत्याशी को बंधक बनाकर रखा जिसके चलते वह नामांकन नही कर सके।