निशंक न्यूज नेटवर्क
कानपुर। लोकसभा में विपक्ष नेता राहुल गांधी ने फतेहपुर पहुंचकर रायबरेली में भीड़ के हमले में मारे गए हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मुलाकात की। पहले मिलने से इन्कार कर रहा परिवार जब उनसे मिला तो फफक पड़ा आैर अश्रुधारा बह निकली। पीड़ित परिवार से मिलकर राहुल भी भावुक हो गए और उनके लिए सरकार से न्याय देने की मांग उठाई। शुक्रवार को वह कानपुर चकेरी एयरपोर्ट से फतेहपुर जिले में पैतृक आवास तक सड़क के रास्ते करीब 80 किलोमीटर का सफर तय करके पहुंचे।
एक्स पर पोस्ट की तस्वीर
राहुल गांधी ने वाल्मीकि परिवार के साथ मुलाकात की तस्वीर एक्स पर शेयर कीं। उन्होंने लिखा है कि ”हरिओम वाल्मीकि की नृशंस हत्या ने पूरे देश की अंतरात्मा को झकझोर दिया है। उनके परिवार की आंखों में दर्द के साथ एक सवाल था – क्या इस देश में दलित होना अब भी जानलेवा गुनाह है?” कहा है कि ”उत्तर प्रदेश में प्रशासन पीड़ित परिवार को डराने में जुटा है। उन्होंने परिवार को मुझसे मिलने से रोकने की कोशिश भी की। यह व्यवस्था की वही विफलता है – जो हर बार गुनहगारों की ढाल बनकर पीड़ित को ही कठघरे में खड़ा कर देती है।” लोकसभा में नेता विपक्ष ने लिखा, ”न्याय को नजरबंद नहीं किया जा सकता। भाजपा सरकार को चाहिए कि पीड़ित परिवार पर दबाव खत्म करे और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाए।”
हर कमजोर नागरिक के साथ मजबूती से खड़ा हूं
कहा, ”मैं हरिओम वाल्मीकि के परिवार और देश के हर शोषित, वंचित और कमजोर नागरिक के साथ मजबूती से खड़ा हूं। यह लड़ाई सिर्फ़ हरिओम के लिए नहीं – हर उस आवाज के लिए है जो अन्याय के सामने झुकने से इनकार करती है।” राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार के साथ करीब 25 मिनट बिताए, इस दौरान उन्होंने हरिओम के पिता गंगादीन, भाई शिवम और बहन कुसुम से बात की, जिनके प्रति उन्होंने संवेदना जताई और पूरा सहयोग देने का वादा किया।
राहुल के दौरे से पहले जारी हुआ था वीडियो
राहुल के हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मिलने पहुंचने से कुछ घंटे पहले, उनके भाई शिवम वाल्मीकि ने कथित तौर पर परिवार के साथ एक वीडियो जारी किया, जिसमें वह कहते सुने जा सकते हैं, “हम सरकार से खुश हैं और हमें यहां राजनीति की ज़रूरत नहीं है।” इसके इतर कांग्रेस पार्टी का दावा है कि यह वीडियो भाजपा की तरफ से जारी कराया गया। राहुल गांधी ने परिवार से मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा, “इस सरकार में दलितों पर जुल्म अपने चरम पर है।” उन्होंने एनसीआरबी (राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो) के नए आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि इससे पता चलता है कि दलितों पर जुल्म के मामलों में उत्तर प्रदेश पूरे देश में सबसे आगे है। बताते चलें कि कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी गत सोमवार को परिवार से निजी तौर पर मुलाकात की थी और एकजुटता व्यक्त की थी। इससे पहले कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी फतेहपुर में शोक संतप्त परिवार से मुलाकात की थी।
यह हुई थी घटना
रायबरेली जिले के ऊंचाहार क्षेत्र में हरिओम (40) की ड्रोन चोरी के शक में एक और दो अक्टूबर की दरम्यानी रात भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। बाद में मारपीट और उसके शव के वीडियो ऑनलाइन सामने आए, जिससे व्यापक आक्रोश फैल गया। घटना में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समेत विपक्षी दलों ने भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार पर दलितों की रक्षा करने और भीड़ की हिंसा को रोकने में नाकाम रहने का आरोप लगाया था। हमले के बाद, पुलिस ने मामला दर्ज कर अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें मुख्य आरोपी भी शामिल है जिसे 10 अक्टूबर को एक एनकाउंटर के बाद पकड़ा गया था। रायबरेली के पुलिस अधीक्षक ने मामले में कथित लापरवाही के लिए दो उप निरीक्षक सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था।
सीएम योगी भी कर चुके हैं मुलाकात
उत्तर प्रदेश के मंत्री राकेश सचान और समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने हरिओम के पिता गंगादीन से मुलाकात की और उन्हें 6.62 लाख रुपये के चेक सौंपे। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार की प्राथमिकता “न केवल सहायता प्रदान करना, बल्कि न्याय सुनिश्चित करना” है। पीड़ित परिवार ने लखनऊ में 11 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की थी, जहां योगी ने उन्हें न्याय दिलाने और भरपूर मदद का भरोसा दिया।