निशंक न्यूज।
कानपुर। आईआईटी कानपुर के छात्रावास में एक सीनियर छात्र धीरज सैनी ने फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी। माना जा रहा है कि यह होनहार छात्र काफी समय से बेहतर नौकरी का इंतजार कर रहा था लेकिन उसे बेहतर पैकेज नहीं मिला जिससे वह तनाव में था। मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्र के शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा है।
दो दिन से बंद था छात्र धीरज सैनी का कमरा

बताया गया है कि करीब चार साल से यहां पढ़ाई कर रहे सीनियर छात्र धीरज सैनी का कमरा दो दिन से बंद था किसी ने इस तरफ ध्यान नहीं दिया। दो दिन का अवकाश होने के कारण पड़ोस के कमरे में रहने वाले छात्रों ने भी इस तरफ ध्यान नहीं दिया। पास के कमरों में रहने वाले सहपाठियों तथा छात्रावास के प्रबंधन ने भी धीरज की तरफ ध्यान नहीं दिया कि वह कहां है। बुधवार की दोपहर दुर्गंध आने पर लोगों का ध्यान धीरज के बंद करने की तरफ गया तो लोगों का इस तरफ ध्यान दिया लोगों ने गौर किया तो उसके कमरे से दुर्गंध आने पर दरवाजा तोड़ा गया। दरवाजा टूटा तो कमरे मे सामने ही पंखे के सहारे धीरज का शव लटका देखा गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के साथ छात्र के परिजनों को सूचना भेजी ।
हरियाणा का छात्र धीरज कर रहा था अंतिम वर्ष की पढ़ाई
पुलिस सूत्रों की मानी जाए तो हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले के बुचौली रोड ककरकई में रहने वाले सतीश सैनी का 22 वर्षीय बेटा धीरज सैनी आईआईटी-कानपुर में बीटेक की कैमिकल इंजीनियरिंग ब्रांच में अंतिम वर्ष का छात्र था। सीनियर होने के कारण उसे साझेदारी के बजाय प्राइवेट रूम आवंटित हुआ था। बुधवार दोपहर छात्रों को दुर्गंध महसूस हुई तो छात्रों ने धीरज का नाम लेकर कई बार आवाज दी लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। ऐसे में छात्रों ने तुरंत आईआईटी प्रबंधन को जानकारी दी इसके बाद पुलिस की सूचना दी गई। पुलिस की मौजूदगी में धीरज के कमरे का दरवाजा तोड़ा गया तो पंखे के हुक के सहारे धीरज का शव फंदे पर लटका मिला। कल्याणपुर पुलिस ने लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। कल्याणपुर पुलिस ने बताया कि धीरज को 28 सितंबर के पास से किसी ने नहीं देखा था।