निशंक न्यूज, कानपुर।
विभिन्न महिला एवं सामाजिक कल्याण संस्थानों का निरीक्षण करने कानपुर पहुंची राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अर्पणा यादव ने शुक्रवार को जिला जेल की महिला बैरक का निरीक्षण करने के साथ ही जेल में सिंदूर तथा रुद्राक्ष का पौधा रोपा। उन्होंने जेल अधीक्षक से कहा कि महिला बैरक में बंदियों के लिये ज्यादा से ज्यादा संसाधन उपलब्ध कराए जाएं। इस दौरान उन्होंने वृद्धा आश्रम स्वरूप नगर, राजकीय बालगृह (बालिका), वन स्टॉप सेंटर, जिला महिला चिकित्सालय तथा जिला कारागार की महिला बैरक का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
वृद्धावस्था पेंशन संबंधी समस्या का किया जाए समाधान
निरीक्षण के दौरान श्री मती यादव ने स्वरूप नगर स्थित वृद्धा आश्रम में बुज़ुर्गों से संवाद करते हुए वृद्धावस्था पेंशन संबंधी समस्याओं के त्वरित समाधान हेतु जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देशित किया। इस अवसर पर वृद्धजनों को फल भी वितरित किए गए। राजकीय बालगृह (बालिका) की स्थिति का अवलोकन करते हुए संस्थान के नवीनीकरण और सुधार के लिए जिला प्रोबेशन अधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
मूलभूत सुविधाएं बढ़ाई जाएं
वन स्टॉप सेंटर के निरीक्षण में उन्होंने इसकी मूलभूत सुविधाओं में वृद्धि और जनमानस में इसके व्यापक प्रचार-प्रसार पर बल दिया। महिला चिकित्सालय में जच्चा-बच्चा वार्ड का निरीक्षण करते हुए उन्होंने बालिका जन्म को प्रोत्साहित करने का संदेश दिया और नवजात बालिकाओं के परिवारों को बेबी किट प्रदान की। साथ ही, लाभार्थियों को मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना तथा अन्य सरकारी योजनाओं से जोड़ने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। जिला कारागार की महिला बैरक में निरीक्षण के दौरान उन्होंने सिन्दूर एवं रुद्राक्ष के पौधों का वृक्षारोपण किया तथा महिला बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु कौशल प्रशिक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए जेल अधीक्षक को आवश्यक निर्देश दिए।
लाभार्थियों को दिया जाए शत-प्रतिशत योजनाओं का लाभ
निरीक्षण उपरांत सर्किट हाउस में जनपद में संचालित महिला कल्याण से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें उपाध्यक्ष अपर्मा यादव ने सभी पात्र लाभार्थियों को समयबद्ध एवं शत-प्रतिशत योजनाओं का लाभ सुनिश्चित कराने पर बल दिया। बैठक में उपायुक्त महिला अपराध, अपर जिलाधिकारी (न्यायिक), सहायक पुलिस उपायुक्त, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला चिकित्सा अधीक्षक, प्रभारी महिला थाना, वन स्टॉप सेंटर के सेंटर मैनेजर, मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।