अमित गुप्ता
अपने भाई की हत्या करने का आरोपित जितेंद्र अक्सर अपने घर वालों से विवाद करता था और जेल से छूटने के बाद से वह कभी कभी अर्धविक्षिप्त जैसी हरकते भी करने लगता था। वहीं मारा गया बृजेंद्र घर वालों का लाडला था और घर के हर काम में आगे आगे रहकर अपनी जिम्मेदारी निभाता था।
बताते चलें कि शनिवार की सुबह बिजली को लेकर मामूली विवाद में बादशाही नाका थानाक्षेत्र में जितेंद्र नाम के युवक ने अपने छोटे भाई बृजेद्र की बर्प तोड़ने वाले नुकीले सूजे से हमला कर हत्या कर दी थी। किशोरावस्था से ही अपराध जगत में सक्रिय हत्या के एक मामले में करीब 15 साल जेल में रहने के बाद छूटकर आया था। इसके बाद से उसका घर के लोगों से अक्सर विवाद हुआ करता था।
करता था विक्षिप्त जैसी हरकत
क्षेत्रीय लोगों की मानी जाए तो जितेंद्र जेल से छुटकर आने के बाद कभी कभी विक्षिप्त जैसी हरकत करता था कभी वह कपड़े उतारकर घूमने लगता था तो कभी बेवजह ही लोगों से विवाद करता था। कुछ लोगों का कहना है कि हो सकता है कि कोई नशा करता हो जिसके ज्यादा होने पर ऐसी हरकत करता ताकि वह किसी को कुछ कहे तो इसका बुरा मानकर कोई रंजिश न मानने लगे।
घर में अक्सर होता था झगड़ा
क्षेत्रीय लोगों का कहना था कि जितेंद्र अक्सर घर में झगड़ा करता था छोटे भाई बृजेंद्र से तो वह आए दिन विवाद किया करता था हालांकि जितेंद्रि मिनलसाल स्वभाव का था इसके चलते मोहल्ले को लोगों के साथ ही वह घर के लोगों का भी बहुत प्रिय था। इस बार केवल बिजली की बात को लेकर विवाद हुआ जो एक भाई की मौत का कारण बन गया। कहा जा रहा है कि बिल जमा न होने के कारण केवल दो दिन बिजली नहीं आयी थी बाद में बृजेंद्र ने बिल जमा कर दिया जिससे बिजली तो आ गई लेकिन यह विवाद इतना बढ़ा कि एक भाई की मौत का कारण बन गई।