नई दिल्ली। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने तियानजिन पहुंचे पीएम नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग का मन मिल गया। दोनों के बीच ऐसी सकारात्मक बातें छिड़ीं की समय की बाध्यता टूट गई औऱ दोनों बीच मुलाकात को जो चालीस मिनट का समय तय था इसके बाद भी दोनों बतियाते रहे। कई मुद्दों पर सकारात्मक बात होने की बात कही जा रही है। कई प्रमुख बिंदुओं पर भी बात होने की संभावना जताई गई है। इसमें हवाई सेवा व सीमा पर तनाव के बिंदु पर भी बात होने की संभावना जताई जी रही है।
सात साल बाद चीन की यात्रा पर पहुंचे हैं मोदी
बताया गया है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करीब सात साल बाद चीन की यात्रा पर गए हैं। यहां चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से उनकी मुलाकात रविवार की सुबह साढ़े दस बजे हुई। कहा जा रहा है कि पहले बैठक के लिए 40 मिनट का समय निर्धारित था, लेकिन बैठक एक घंटे से भी ज्यादा चली जिससे संकेत मिलता है कि दोनों के बीच बैठक बहुत ही सकारात्मक माहौल में हुई है। पीएम मोदी ने वर्ष 2024 में राष्ट्रपति चिनफिंग के साथ कजान (रूस) में हुई मुलाकात को याद किया और कहा कि इसका द्विपक्षीय संबंधों पर सकारात्मक असर हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत आपसी भरोसे, सम्मान व संवेदनशीलता का ख्याल रखते हुए हम संबंधों को मजबूत करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं।
फिर शुरू होगी कोविड के बाद से बंद विमान सेवा
कहा जा रहा है कि इस वार्ता के बाद जल्द ही भारत व चीन के बीच बंद सीधी विमान सेवा एक बार फिर शुरू हो सकती है। कोविड काल के बाद से भारत व चीन के बीच सीधी विमान सेवा बंद चल रही है। उसी दौरान पूर्वी लद्दाख स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा में चीनी सैनिकों की घुसपैठ से सैन्य तनाव बढ़ गया था। इसके बाद सीधी उड़ानें बंद कर दिए गए थे।
सीमा विवाद सुलझाने की दिशा में भी चल रही है बात
भारत के प्रधानमंत्री ने यहां गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए आभार जताते हुए कहा कि पिछले वर्ष कजान में हमारी मुलाकात ने हमारे संबंधों पर सकारात्मक असर डाला है। पहला मानसरोवर यात्रा फिर से शुरू हुई है। सीमा विवाद सुलझाने के लिए दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों के बीच बातचीत भी शुरु हो चुकी है। हम आपसी भरोसे व संवेदनशीलता के आधार पर द्विपक्षीय रिश्ते को आगे बढ़ाने को लेकर प्रतिबद्ध है।
रुस के राष्ट्रपित से भी होनी है मोदी की मुलाकात
पीएम मोदी जापान से सीधे एससीओ की बैठक में हिस्सा लेने के लिए तियानजिन पहुंचे हैं। उनकी 24 घंटों के भीतर राष्ट्रपति चिनफिंग और रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन से मुलाकात होनी है। इन दोनों मुलाकातों पर पूरी दुनिया की नजर है। कई अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ मोदी की एक साथ पुतिन व चिनफिंग के साथ मंच साझा करने को अमेरिका की रणनीति की भारी असफलता के तौर पर देख रहे हैं।
ट्रंप के टेरिफ लगाने के बाद चीन यात्रा बेहद अहम
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर सबसे ज्यादा 50 फीसद का टैक्स लगा दिया है। इससे भारत व अमेरिका के रिश्तों में अंदरुनी तौर पर काफी तनाव आ गया है। ट्रंप प्रशासन के कुछ अधिकारी लगातार भारत के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। इसे देखते हुए राजनीतिक गलियारे में मोदी और चिनफिंग के बीच हुई मुलाकात को बेहत अहम माना जा रहा है