इस नवरात्रि हाथी (गज) पर आएंगी पालकी पर प्रस्थान करेंगी मां दुर्गा

वेद गुप्ता

शारदीय नवरात्रि को हिंदू धर्म में बहुत खास और महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है. माता रानी हर साल अलग वाहन पर सवार होकर आति है। हर बार मां दुर्गा का पृथ्वी पर आगमन और प्रस्थान की सवारी अलग होती है। इस वर्ष शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 22 सितंबर, सोमवार के दिन से हो रही है। इस दिन घटस्थापना के साथ नवरात्रि का पावन उत्सव 10 दिनों तक मनाया जाएगा. इस वर्ष मां दुर्गा का आगमन हाथी पर होगा।

कलश स्थापना का यह बेहतर मुहूूर्त

ज्योतिषियों का कहना है कि शारदीय नवरात्रि के शुभ अवसर पर घटस्थापना मुहूर्त 22 सितंबर को सुबह 05 बजकर 34 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 29 मिनट तक है। वहीं, अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 14 मिनट से दोपहर 12 बजकर 02 मिनट तक है। इन योग में घटस्थापना कर मां दुर्गा की पूजा कर सकते हैं।

शुभ होता है मां का गज पर आगमन

मां दुर्गा के आगमन और प्रस्थान को दिन और वार के हिसाब से तय किया जाता है. माता का हाथी या गज पर आगमन बहुत शुभ माना जाता है. मान्यता है अगर मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आती हैं तो यह सुख-समृद्धि, व्यापार और कृषि के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है. अगर मां दुर्गा का आगमन रविवार, सोमवार के दिन होता है तो यह कृषि, धन-धान्य के लिए शुभ होता है। माता रानी के प्रस्थान की बात करें तो माता रानी नर यानी मनुष्य के कंधे ( पालकी) पर प्रस्थान करेंगी। माता रानी का प्रस्थान गुरुवार के दिन 2 अक्टूबर को होगा. जो सुख, शांति, व्यापार में वृद्धि और पड़ोसी देशों से अच्छे संबंधों का प्रतीक है। माता रानी का आगमन पर हाथी और प्रस्थान मनुष्य के कंधे (पालकी) पर शुभ प्रभाव डालेगा. इसे कुल मिलाकर सुख-समृद्धि, शांति और उन्नति का प्रतीक माना जा है. इसका कोई प्रमुख अशुभ प्रभाव नहीं है; बल्कि यह आने वाले समय में शुभ फलदायक माना जाता है.

शारदीय नवरात्र में किस तिथि को होगी किनकी पूजा

22 सितंबर 2025 नवरात्र पहला दिन – मां शैलपुत्री

23 सितंबर 2025 नवरात्र दूसरा दिन – मां ब्रह्मचारिणी

24 सितंबर 2025 नवरात्र तीसरे दिन – मां चंद्रघंटा

25 सितंबर 2025 नवरात्रि तीसरे दिन – मां चंद्रघंटा

26 सितंबर 2025 नवरात्रि चौथा दिन – मां कूष्माण्डा

27 सितंबर 2025 नवरात्रि पांचवां दिन – मां स्कंदमाता

28 सितंबर 2025 नवरात्रि छठा दिन – मां कात्यायनी
29 सितंबर 2025 नवरात्रि सातवां दिन – मां कालरात्रि

30 सितंबर 2025 नवरात्रि आठवा दिन – मां महागौरी/ सिद्धिदात्री

01 अक्टूबर 2025 नवरात्रि नौवां दिन – मां सिद्धिदात्री

जानकारों का कहना है कि पंचांग के अनुसार ,नवरात्रि के बीच, 24 सितंबर को चंद्रमा अपनी चाल बदलते हुए तुला राशि में प्रवेश करेंगे. तुला राशि में पहले से ही पराक्रमी ग्रह मंगल मौजूद हैं। जब धन और सुख का कारक चंद्रमा, साहस और ऊर्जा के ग्रह मंगल के साथ मिलते हैं, तो यह एक विशेष महालक्ष्मी राजयोग का निर्माण करता है. ज्योतिष में यह योग बहुत ही शुभ माना जाता है, क्योंकि यह धन-धान्य, समृद्धि और सफलता लेकर आता है।

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