विभीषण के सहारे चन्दन तक पहुंचे हत्यारे

आलोक ठाकुर

बिहार की राजधानी पटना में अस्पताल में घुसकर माफिसा चन्दन मिश्रा की हत्या करने वालो में चन्दन का कोई अपना भी शामिल रहा। पुलिस इस बिन्दु पर भी काम कर रही है। इधर गुरूवार को चर्चा रही की पुलिस ने हत्या में शामिल एक आरोपित को हिरासत में ले लिया। जिसके निशादेही पर पुलिस वारदात में शामिल अन्य हमलावरो तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। अब तक जांच में सामने आया है कि चन्दन अपने ही किसी करीबी की सलाह पर डाक्टर के मना करने के बाद भी अस्पताल में रुका था। जिस कमरे में वह भर्ती था उसका लाक भी खराब था। जो इस बात की चुगली कर रहा है कि किसी अपने ने विभीषण की भूमिका निभाई और कई लोगो को मौत के घाट उतारने का आरोपी कुख्यात चन्दन मिश्रा भी मारा गया।

बताते चले कि दो दिन पहले पटना के आलीशन पारस अस्पताल में बक्सर में रहने वाले कुख्यात अपराधी चन्दन मिश्रा की हत्या कर दी गयी थी। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिख रहा था कि हत्यारे बैखोफ अंदाज में अस्पताल के कमरे नम्बर 209 में पहुंचे और कई लोगो पर गोली बरसाकर हत्या करने के आरोपी चन्दन मिश्रा को गोलियों से भूंज दिया। घटना के 24 घंटे बीतने के बाद भी पुलिस हत्यारों तक नही पहुंच सकी है। वारदात में शामिल एक युवक को हिरासत में लेने की बात कही जा रही है लेकिन इसकी पुलिस ने पुष्टि नही की है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही हत्यारे पुलिस की पकड़ में होगे। जानकार सूत्रो की मानी जाये तो माफिया चन्दन मिश्रा की हत्या में उसके ही किसी अपने ने विभीषण की भूमिका निभाई। जिसके चलते हत्यारे बैखोफ अंदाज में अस्पताल में पहुंच कर उस चन्दन मिश्रा तक पहुंच सके जिसका खौफ लोगो के सिर चढ़कर बोलता था।

अपनी मर्जी से अस्पताल में रुका था चंदन

पुलिस सूत्रो की मानी जाये तो चन्दन को 18 जुलाई को जेल में दाखिल किया जाना था। उपचार कराने के लिए उसकी 15 दिन की पैरोल 3 जुलाई को मंजूर हुई थी। लेकिन वह जेल से छूटकर सीधे अस्पताल जाने के बजाय अपने सुरक्षित गढ में गया और 13 दिन तक यहां रहकर अपने काम निपटाये। 15 जुलाई को वह अपने सुरक्षा घेरे से बाहर आकर अस्पताल पहुंचा। माना जा रहा है कि वह कागजी खाना पूरी कराने भर के लिए अस्पताल पहुंचा था। प्राथमिक जांचो के बाद अस्पताल के डाक्टर ने उसे डिस्चार्ज होने को कह दिया लेकिन अपने ही किसी की सलाह पर वह एक दिन और अस्पताल में रूका। जबकि साफ था कि उसके लिए उसका घर ज्यादा सुरक्षित ठिकाना है। कहा तो यह भी जा रहा है कि सामान्यता जेल अथवा अदालत में सरकारी अस्पताल में उपचार कराये गये पर्चे को महत्व दिया जाता है। लेकिन अपने साथ ही रहने वाले किसी विभीषण की सलाह पर वह आलीशान नर्सिंग होम में अपना उपचार कराने पहुंचा, और यहां डाक्टर द्वारा घर जाने की बात कहने के बाद भी वह अपने किसी विभीषण की सलाह पर एक दिन और अस्पताल में रूका। 17 तारीख को वह 12 बजे तक डिस्चार्ज हो सकता था। इसकी जानकारी होने पर हत्यारों ने उसे मौत की घाट उतारने के लिए सुबह 8 बजे के पहले का ही समय तय कर लिया। क्योंकि यह बात आम चर्चा में थी की अमूमन अस्पताल में भर्ती मरीजों को देखने के लिए डाक्टर अथवा तीमारदार 10 बजे के बाद ही यहां पहुंचते है। और सुबह के समय सुरक्षाकर्मी भी आराम के मू़ड में रहते है।

दो बाइक से अस्पताल पहुंचे थे हत्यारे

पुलिस की जांच में पता चला है कि चंदन मिश्रा की हत्या की साजिश पहले से ही रची गई थी। हत्या के दिन दो बाइक पर सवार छह अपराधी पारस हॉस्पिटल पहुंचे। उनमें से पांच शूटर सीधे अस्पताल के अंदर घुस गए। सीसीफटेज के आधार पर पुलिस सत्रों का कहना है कि हत्यारों की अगुवाई करने वाला युवक शातिर अपराधी तौसीफ बादशाह है। कई मामलों में जेल जा चुके तौफीक के संबंध में पुलिस को यह भी पता चला है कि वह भाड़े पर भी हत्याएं करता है। उसके पास अपनी टीम है जो घटनाओं को अंजाम देती है।

कमरें का लॉक नहीं होता था बंद

सूत्रों की मानी जाए तो अब तक की पुलिस की जांच में सामने आया है कि जब आरोपी अस्पताल पहुंचे तो इमरजेंसी गेट पर सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें रोका था। गार्ड ने उनसे गेट पास मांगा था। गेट पास नहीं होने के कारण आरोपी ओपीडी के रास्ते से अंदर दाखिल हुए। इसके बाद हमलावर कमरा नंबर 209 तक पहुंचे। चंदन मिश्रा उसी कमरे में भर्ती था। जिस कमरे में चंदन मिश्रा उपचार के लिये भर्ती हुआ था उस कमरे का लॉक काफी समय से खराब था जिसके चलते दरवाजा बंद नहीं किया जा सकता था इसका लाभ उठाकर हमलावर आराम से कमरे में दाखिल हुए और चंदन पर गोलियां बरसाकर उसकी हत्या कर दी।

जश्न मनाते हुए गए हमलावर पुलिस सूत्रों की मानी जाए तो घटना के बाद पुलिस ने अस्पताल के साथ ही आसपास की गलियों में लगे सीसीकैमरों के फुटेज की तलाश की तो कुछ फुटेज में सामने आया कि घटना के बाद हमलावर आराम से यहां से निकले और बेखौफ अंदाज में ही पास की गलियों से होते हुए यहां से फरार हुए। जाते समय हमलावर बाइक पर बैठकर ही जश्न मनाते के अंदाज में जाते देखे गये है। पुलिस टीम आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा कर दिया जाएगा।

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