बिहार डेस्क।
बिहार। मानसून सत्र का आज चौथा दिन था और आज भी 50 मिनट सत्र चलने के बाद सदन को स्थगित कर दिया गया। आज सरकार क मतदाता पुनरीक्षण पेश होना थ। इसी दौरान सदन में तेजस्वी यादव ने अशोक चौधरी को बैठने के लिए बोलते हुए कहा कि काहे ला बंदर जैसे कूदते हैं, इसके बाद ही सदन में जमकर बवाल हुआ। दरअसल अशोक चौधरी के अचानक दिए गये बयान के बाद सदन में हंगामा हो गया। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मंत्रालय में कुछ ऐसे मंत्री हैं जो बंदर की तरह कूदते रहते हैं ताकि वह हाईलाइट होते रहें। उनका तो कोई काम है नहीं। केवल चेहरा चमकाना है, कोई काम है नहीं। न तीन में है ना तेरह में है। उनके पास बोलने के लिए कुछ है ही नहीं।
मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर चुनाव आयोग की प्रक्रिया पर सवाल उठाए और सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाया। तेजस्वी यादव ने पलायन किये गये लोगों को वापस बुलाकर उनके मतदाता पुनरीक्षण की बात कहने लगे। इसी दौरान तेजस्वी यादव ने गहन पुनरीक्षण का फॉर्म दिखाते हुए कहा कि 11 तरह के डॉक्यूमेंट मांगे जा रहे हैं, लेकिन कितने तरह के डॉक्यूमेंट आम आदमी के पास हैं, यह आप बताईये।
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तेजस्वी यादव ने एक पत्रकार का नाम लेते हुए तेजस्वी यादव ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जब कोई पत्रकार दिल्ली से आकर सच दिखा रहे हैं कि कैसे फर्जीवाड़ा हो रहा है, कैसे फर्जी साईन हो रहे हैं, कैसे फॉर्म को बिना किसी डॉक्यूमेंट के अपलोड किया जा रहा है। एक पत्रकार जो सच दिखा रहा था उस पर आपलोगों ने प्राथमिकी दर्ज करा दी। आप कौन होते हैं यह तय करने वाले…इसी बात पर सम्राट चौधरी उठ खड़े हुए और उन्होंने कहा कि जिसका बाप खुद अपराधी हो, लूटेरा हो उसका बेटा क्या बोलेगा? इसी बात पर हंगामा होने लगा और फिर विधान सभा अध्यक्ष ने सदन की कार्रवाई को 4 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। भाजपा नेता जनक सिंह ने अशील गाली गलौज भी किया।