निशंक न्यूज डेस्क
कानपुर। सामान्यतः क्रिकेट में करीब 39 की उम्र को खिलाड़ी के बुजुर्ग खिलाड़ी कहा जाने लगता है विदेशों में तो इस उम्र तक पहुंचते- पहुंचते खिलाड़ी मैदान से बाहर हो जाता है लेकिन भारतीय टीम के घुंआधार बल्लेबाज रोहित शर्मा ने टेस्ट तथा टी-20 क्रिकेट से सन्यास लेकर अपना सारा ध्यान वनडे क्रिकेट पर फोकस किया तो वह वनडे रैंकिंग में नंबर एक बल्लेबाज बन गये। आस्टेलिया दौरे पर उन्होंने अपने बल्ले से गजब का प्रदर्शन कर नंबर एक बल्लेबाज बनने का गौरव हासिल किया। इसके साथ ही वह भारत के पांचवें बल्लेबाज बने जो आईसीसी रैंकिंग में नंबर एक बल्लेबाज बने।
कप्तान गिल-विराट की रैंकिंग में आई गिरावट

आस्टेलिया दौरे पर गई भारतीय टीम वन डे सिरीज दो-एक से हार गई लेकिन इस सिरीज में कप्तानी से हटाए गए रोहित शर्मा ने अपनी बल्लेबाजी से क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया। इस सिरीज के पहले रोहित व विराट के प्रदर्शन को लेकर तमाम बाते कहीं जा रहीं थी। यहां तक कहा जाने लगा था कि शायद यह सिरीज रोहित व विराट के लिये अंतिम सिरीज हो लेकिन रोहित ने पूरी सिरीज तथा विराट ने अंतिम मैच में जोरदार प्रदर्शन कर अपने आलोचकों को जवाब दे दिया कि उनमें अभी बहुत क्रिकेट बाकी है। इस सिरीज में बेहतर प्रदर्शन के आधार पर जहां रोहित ने वनडे में दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज होने का तमगा हासिल किया वहीं कप्तान शुभमन गिल तथा विराट कोहली की रैंकिंग में गिरावट आई। दोनों कुछ पायदान नीचे खिसक गए।
नंबर एक बनने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बने रोहित
क्रिकेट के जानकारों की मानी जाए तो वैसे तो रोहित शर्मा ने वनडे में कई बार लगातार बेहतर प्रदर्शन किया लेकिन वह नंबर एक बल्लेबाज नहीं बन सके। इससे पहले भारत के स्टार बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, महेंद्र सिंह धोनी तथा एक दिवसीय क्रिकेट टीम में वर्तमान में कप्तान की जिम्मेदारी निभा रहे शुभमन गिल दुनिया के नंबर एक बल्लेबाज रह चुके हैं। रोहित भारत के पांचवे ऐसे बल्लेबाज हुए जो इस पायदान तक पहुंचे लेकिन खास बात यह है कि रोहित ने यह मुकाम 38 साल और 182 दिन की उम्र में हासिल किया जो अन्य खिलाड़ियों से ज्यादा रही। आस्टेलिया में रोहित का बल्ला चला और उन्होंने रैंकिंग मे दो पायदान की छलांग लगाकर विश्व के नंबर एक बल्लेबाज का मुकाम हासिल किया। एक ही विश्वकप में पांच शतक लगाने वाले भारत के स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा के करियर में पहली बार उनके साथ ऐसा हुआ है। रोहित ने उनकी जगह वनडे टीम के कप्तान बनाए गए शुभमन गिल को पहले पायदान से हटाकर यह उपलब्घि हासिल की। इसके साथ ही रोहित भारत के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए हैं जो पहली बार इस पायदान पर पहुंचे।
ऑस्ट्रेलिया में रोहित के बल्ले से बरसे रन
बताते चलें कि वनडे टीम की कप्तानी से हटाए जाने के बाद बतौर खिलाड़ी आस्टेलिया दौरे पर जाने वाली टीम में शामिल किये गये रोहित शर्मा ने पहले की ही तरह भारतीय टीम के ओपनर की भूमिका निभाई और सिरीज के दूसरे मैच में अर्धशतक तथा तीसरे व अंतिम मैच में नाबाद शतक लगाया वह भी बेहतरीन रन रेट के साथ। पहले मैच में वह शुरुआत में धीमी बल्लेबाजी ही कर सके थे। आस्टेलिया में अपने बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन करने से रोहित शर्मा को पिछले हफ्ते 745 रेटिंग पाइंट्स हासिल कर लिये। रोहित ने एडिलेड के मैदान पर 97 गेंदों पर 73 रन बनाए थे वहीं आखिरी सिडनी में हुए सिरीज के अंतिम वनडे मैच में रोहित ने शतक ठोका। यहां वह 125 गेंदों पर 121 रन बनाकर नाबाद रहे थे। इन दो पारियों की बदौलत वह 781 रेटिंग पाइंट्स पर पहुंचकर नंबर एक बल्लेबाज बन सके।
नंबर एक तक पहुंचने वाले पांचवे भारतीय बने रोहित
बता दें कि रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने साल 2023 वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में जगह बनाई थी। इसके पहले भी उन्होंने कई बार वनडे में भारतीय टीम के लिये बेहतरीन बल्लेबाजी कर टीम को जीत दिलाई लेकिन वह नंबर एक बल्लेबाज नहीं बन सके। यह मुकाम हासिल करने के बाद अब वह सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी, विराट कोहली और शुभमन गिल के बाद विश्व के पांचवे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। आस्टेलिया सिरीज में पहली बार कप्तान बनकर गए शुभमन गिल अब तीसरे पायदान पर पहुंच गये। भारतीय टीम के कप्तान आस्टेलिया सिरीज के तीनों मैच में बतौर ओपनर बल्लेबाजी करने उतरे लेकिन वह तीनों मैच में कुल मिलाकर पचास रहन भी नहीं बना सके। जिससे वह खिसककर तीसरे पायदान पर पहुंचे।
दो बार जीरो पर आउट हुए विराट एक पायदान नीचे आए

भारत के एक अन्य स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने सिरीज के तीसरे व अंतिम मैच में 74 रन बनाए और वह नाबाद भी रहे लेकिन पहले दो मैच मे वह एक भी रन नहीं बना सके जिससे उन्हें एक पायदान का नुकसान हुआ और वह 725 रेटिंग पाइंट्स के साथ छठे पायदान पर पहुंच गये। भारतीय टीम के उप कप्तान श्रेयस अय्यर ने दूसरे वनडे में अर्धशतक लगाया जिससे उन्हें एक पायदान का फायदा हुआ और वह दस नंबर से एक पायदान उछाल मारकर नौंवी पायदान पर पहुंच गये।
