निशंक न्यूज डेस्क
कानपुर। कोच बनने के बाद पहली बार आस्टेलिया दौरे पर गए गौतम गंभीर तथा कप्तान के रूप में पहली बार आस्टेलिया में तीन मैचों की सिरीज खेलने गये शुभमन गिल पर शुरुआती दो मैच हारने के बाद क्लीन स्वीप होने का कलंक लगने का खतरा मंडरा रहा था। पहले दो मैच में करिश्माई कप्तान कुलदीप यादव को टीम में शामिल न करने से कोच गंभीर की आलोचना हो रही थी और दोनों मैच में फ्लाप होने के कारण कप्तान गिल पर भी लोग उंगली उठा रहे थे कि इन दोनों पर क्लीन स्वीप होने का कलंक लग सकता है लेकिन सिरीज के आखिरी मैच में सीनियर बल्लेबाजों में रोहित शर्मा तथा विराट कोहली ने बल्ले से जबरदस्त प्रदर्शन कर कोच व कप्तान पर क्लीन स्वीप होने का कलंक लगने से बचा लिया। रोहित शर्मा के नाबाद 121 रन तथा विराट कोहली के नाबाद 74 रन की बदौलत भारत आखिरी मैच में आस्टेलिया को उसके ही घर में नौ विकेट के बड़े अंतर से जीतने में कामयाब हो सका।
मंडरा रहा था क्लीन स्वीप का कलंक लगने का खतरा

गौतम गंभीर के मुख्य कोच और युवा शुभमन गिल के कप्तान बनने के बाद पहली बार ऐसा मौका आया है जब भारतीय टीम के सामने तीन मैचों के सिरीज में 3-0 से हारने का संकट खड़ा हो गया था। आस्टेलिया दौरे में तीन वनडे मैच की सिरीज के पहले दो मैच आस्टेलिया ने आसानी से जीत लिये थे जिसके बाद यह खतरा मंडरा रहा था तीसरा मैच भी जीतकर आस्टेलिया भारत के खिलाफ क्लीन स्वीप कर सकता है। अगर भारतीय टीम तीसरा मैच भी हारती है तो गिल व गंभीर पर क्लीन स्वीप होने का कलंग लग जाता। ऐसा हो यह गिली व गंभीर की जोड़ी कतई नहीं चाहती थी लेकिन परेशानी का कारण यह था कि विराट कोहली दोनों पारियों में एक भी रन नहीं बना सके थे और कप्तान गिल भी दोनों मैचों में फ्लाप साबित हुए।
राणा के चौके से पचास ओवर भी नहीं खेल सके कंगारू बल्लेबाज
क्लीन स्वीप का कलंक लगने के खतरे के बीच शनिवार को जब भारतीय टीम तीसरा मैच खेलने के लिये सिडनी के मैदान में उतरी तो शुरुआती दस ओवर में जिस तरह से आस्टेलियाई बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों की धुनाई की उसने भारतीय खेमें में बेचैनी ला दी। इसके बाद अपना दूसरा स्पैल डालने आए भारतीय तेज गेंदबाज ने खतरनाक साबित हो रहे हेड का विकेट लेकर भारतीय खेमें को कुछ राहत दी। इसके बाद भारतीय गेंदबाजों में जोश भर गया और शुरुआत में मंहगे साबित हो रहे हर्षित राणा ने विकेट का चौका लगाकर आस्टेलिया को बैकफुट पर धकेल दिया नतीजा सिरीज के शुरुआती दो मैच में बेहतर बल्लेबाजी करने वाले आस्टेलिया के बल्लेबाज तीसरे मैंच में पूरे पचास ओवर भी नहीं खेल सके और 237 रन बनाकर पूरी टीम आउट हो गयी।

रोहित- विराट ने बचा ली नाक,आस्टेलिया नौ विकेट से हारा
बाद में बल्लेबाजी करते हुए लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के बल्लेबाज इस बार संभलकर खेल रहे थे लेकिन कप्तान शुभमन गिल ने फिर निराश किया वह ज्यादा रन नहीं बना सके जिन सीनियर खिलाड़ी रोहित शर्मा और विराट कोहली को लगातार आलोचना से घेरने का प्रयास किया जा रहा था उन दोनों बल्लेबाजों ने क्रीज पर खूंटा गाड़कर साबित कर दिया कि उन्हेें क्यों क्रिकेट का दिग्गज कहा जाता है। गिल के आउट होने के बाद मैदान में उतरे विराट कोहली के प्रदर्शन पर सभी की निगाहें थीं क्योंकि वह पहले दो मैच में एक भी रन नहीं बना सके थे और लोगों में यह चर्चा शुरू हो चुकी थी कि यह दोरा विराट कोहली तथा रोहित शर्मा का आस्टेलिया का आखिरी दौरा हो सकता है। दोनों खिलाड़ियों ने अपने नाम पर क्रिकेट जगत में अपनी धमक के हिसाब से प्रदर्शन कर भारत को तीसरा मैच एकतरफा बनाकर जिता दिया। मैच में रोहित शर्मा ने शतक लगाया तो विराट कोहली ने अर्धशतक। रोहित 121 रन बनाकर नाबाद रहे और कोहली ने 74 रन की नाबाद पारी खेली।
तो गिल-गंभीर के नाम जुड़ जाता शर्मनाक रिकार्ड

भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी गौतम गंभीर की कोचिंग और शुभमन गिल की कप्तानी में पहली बार भारतीय टीम आस्टेलिया के दौरे पर खेलने गई है। दोनों की जोड़ी पहली बार ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर वनडे सीरीज खेल रही थी। गिल की वनडे कप्तानी का आगाज खराब रहा और उनको अपने करियर की पहली सीरीज में हार मिली। अगर आस्टेलिया तीसरा मैच भी जीत जाती तो गिल के नाम एक बड़ा कलंक ये लग सकता था। भारतीय टीम ने पिछले 41 साल में किसी भी वनडे सीरीज में ऑस्ट्रेलिया से क्लीन स्वीप नहीं झेलनी पड़ी थी। अगर भारतीय टीम सिडनी में भी मैच हार जाती है तो तो गिल और गंभीर की जोड़ी के नाम ये शर्मनाक रिकॉर्ड जुड़ जाता।
