अधिकारियों की मनमानी से फाइलों में कैद हो गई जनहित योजना
कानपुर देहात। आठ साल से कानपुर देहात से निकलने वाली इटावा-बिंदकी रेल लाइन परियोजना की उम्मीद फ़िलहाल पूरी होते नही दिख रही है। जबकि इस परियोजना के शुरू होने से औरैया जनपद का मुख्यालय रेल मानचित्र में आ जाएगा। शहर से औरैया , इटावा और बिदंकी तक जाने वालों को भी आसानी होगी। वही कानपुर देहात के पुखरायां रेलवे स्टेशन को जंक्शन का दर्जा भी मिल जाएगा। लेकिन अनदेखी के चलते उक्त परियोजना की फाइलें बंद पड़ी है।
इटावा के सांसद सांसद डॉ. रामशंकर कठेरिया ने इटावा-बिंदकी रेल लाइन परियोजना का मुद्दा लोकसभा में उठा कर इसे पूरा कराने की मांग की थी। इस पर आठ वर्ष पूर्व केंद्र सरकार ने इस रेलवे परियोजना को लेकर सर्वे कराया था। 28 फरवरी 2014 में 210 किलोमीटर लंबी इटावा- बिंदकी रेल लाइन के सर्वे का कार्य पूरा हुआ। इस पर रेलवे ने लाखो रुपये भी खर्च किए। इसके बाद से परियोजना फाइलों में ही बंद पड़ी रही गई। इससे इटावा औरैया कानपुर देहात के राजपुर सिकंदरा पुखरायां होते हुए फतेहपुर पर जाने वाले लोगों को रेल यातायात का लाभ नहीं मिल सका। जबकि इटावा से औरैया होकर बिंदकी तक जाने वाली रेलवे लाइन के बन जाने से एक बड़ा हिस्सा रेलवे नेटवर्क से जुड़ जाएगा। अभी तक इटावा से औरैया तक सीधी कोई रेलवे लाइन नहीं है। दिल्ली-हावड़ा मार्ग पर औरैया जिले के स्टेशन जरूर पड़ते हैं, परंतु जिला का दर्जा होने के बाद भी औरैया मुख्यालय में रेलवे स्टेशन नहीं है। इस रेलवे लाइन का उद्देश्य भी दोनों जिला मुख्यालयों को रेलवे नेटवर्क से जोड़ना था।
परियोजना एक फायदे अनेक
1 इस परियोजना पर इटावा से बिंदकी तक दस रेलवे स्टेशन बनाए जाएंगे। इनमें इटावा में बकेवर, औरैया में अजीतमल, औरैया तथा कानपुर देहात जिले में सिकंदरा, पुखरायां, राजपुर, मूसानगर, घाटमपुर तथा फतेहपुर जिले में जहानाबाद तथा बिंदकी रोड को जोड़ेगी।
2 . ट्रेनों का संचालन शुरू होने से पुखरायां को जंक्शन स्टेशन का दर्जा प्राप्त हो जाएगा।
- इस परियोजना के शुरू होने से कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का लोड कम होगा।
- इमरजेंसी की स्थिति में नई दिल्ली-प्रयागराज रूट का विकल्प होगा। मरम्मत कार्य के दौरान ब्लॉक लेने में आसानी रहेगी। अप्रिय घटना या मरम्मत कार्य की वजह से रूट बाधित होने पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी। सांसद ने लोकसभा में की थी यह मांग
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान अपने संसदीय क्षेत्र का मुद्दा उठाते हुए सांसद डॉ. रामशंकर कठेरिया ने इटावा-बिंदकी रोड तथा औरैया जिले में फफूंद-जालौन कहा कि नई रेल लाइन बिछाने का सर्वे 2014 में पूरा हो चुका है। रेल मंत्री से मांग की कि इटावा तथा औरैया जनपदों का एक बड़ा हिस्सा बीहड़ क्षेत्र है, इस पर रेलवे लाइन प्रस्तावित है। रेलवे लाइन कार्य जल्द शुरू कराया जाए। सांसद ने बताया कि नई रेल लाइन बिछने के बाद ट्रेनों का संचालन होने पर फफूंद को जंक्शन को स्टेशन का दर्जा प्राप्त हो जाएगा। औरैया में रेलवे स्टेशन बनने से औरैया भी रेलवे के मानचित्र पर आ जाएगा। इस प्रश्न को उठाकर रेलवे परियोजना का काम शुरू कराने जाने की मांग की थी।