ओ पी पाण्डेय
अलीगढ़। जिलाधिकारी संजीव रंजन ने कहा कि आम जनता को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण खाद्य उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिकता है। वह कलेक्ट्रेट सभागार में खाद्य सुरक्षा एवं औषधीय प्रशासन की जिला स्तरीय समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बुधवार को हुई समिति के बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी संजीव रंजन ने कहा कि उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य से किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार्य नहीं है। बैठक में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता बनाए रखने, मिलावटखोरी पर अंकुश लगाने और उपभाक्ताओं को सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण की योजनाओं को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किया जाए। उपभोक्ताओं को मिलावट और नकली औषधियों के खतरे के प्रति सतर्क करने के लिए प्रचार-प्रसार तेज करने के निर्देश भी दिए गए। डीएम ने सभी कोल्ड स्टोरेज एवं आंगनबाड़ी केंद्रों समेत सभी खाद्य इकाईयों का पंजीकरण कराने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई खाद्य सुरक्षा समिति की बैठक
बैठक का संचालन करते हुए सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा दीनानाथ यादव ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में 1829 निरीक्षण करते हुए विभिन्न खाद्य पदार्थाे के एकत्रित 560 नमूनों के सापेक्ष 323 जॉच रिपोर्ट प्राप्त र्हुइं जिसमें 134 अधोमानक, 36 असुरक्षित व 04 मिथ्याछाप पाये गये। न्याय निर्णायक अधिकारी द्वारा 184 वाद निर्णीत कर 70,56,500 रूपये का अर्थदण्ड अधिरोपित किया गया। इसके साथ ही मिलावटी दूध की बिक्री रोकने के लिए 119 निरीक्षण, 23 छापे व 53 दूध के नमूनें एकत्रित किये गये। 45 रिपोर्टाे में 28 नमूनें अधोमानक व 6 असुरक्षित पाये गये। न्याय निर्णायक अधिकारी द्वारा 44 वाद निर्णित करते हुए 14 लाख 60 हजार का अर्थदण्ड अधिरोपित किया गया। उन्होंने बताया कि मध्यान्ह भोजन, आश्रम पद्धति विद्यालय, कस्तूरबा गांधी, जवाहर नवोदय विद्यालय व वृद्धा आश्रम की भी भोजन की गुणवत्ता की सतत जॉच की जाती है। उन्होंने बताया कि विगत वर्ष 8 प्रशिक्षण आयोजित कर 240 खाद्य कारोबारियों को प्रमाणित किया गया। 50 स्थानों पर 2546 खाद्य कारोबारियों एवं 57 विद्यालयों में 3856 विधार्थियों को कैंप के माध्यम से जागरूक किया गया। उन्होंने बताया कि एफएसएसएआई द्वारा दिल्ली में आयोजित ईट राइट चैलेंज प्रतियोगिता में जिले को 2023 में देश में 111 व प्रदेश में 11 वीं रैंक मिली थी वहीं 2024 में जिला देश व प्रदेश में क्रमश 48 वें एवं 5वें स्थान पर रहा।

औषधि निरीक्षक दीपक कुमार ने बताया कि चालू वर्ष में औषधि अनुभाग द्वारा 337 निरीक्षण, 7 छापेमार कार्यवाही कर 100 नमूनें विभिन्न दवा प्रतिष्ठानों से एकत्रित किये गये। जिनमें से 4 नमूने अधोमानक पाये जाने पर विवेचना गतिमान हैं। आम जनमानस को सुरक्षित दवाएं एवं औषधि उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न माध्यमों से प्राप्त अभिसूचनाओं पर कार्यवाही की जाती है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आईएएस प्रखर कुमार सिंह, एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट, सीएमओ डा0 नीरज त्यागी, जिला आबकारी अधिकारी अधिकारी डी0के0 गुप्ता, डीपीआरओ यतेन्द्र सिंह, डीएचओ शिवानी तोमर, जिलाध्यक्ष कैमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट एसोशिएशन शैलेन्द्र सिंह टिल्लू, उद्यमी चन्द्र शेखर शर्मा समेत अन्य संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।