निशंक न्यूज
कानपुर के पुलिस कर्मी अपनी आंखों को लेकर सतर्क हो जाएं मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल करना हो या फिर हेलमेट न लगाना। उनकी आंखों में सूखें की बीमारी बढ़ रही है। यह बात सोमवार को पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय में लगे आई कैंप में पुलिस कर्मियों की आखों की जांच में सामने आई। पुलिस कर्मियों को आखों के प्रति सतर्क रहने के साथ ही मोबाइल का कम इस्तेमाल करने और बाइक चलाते समय हेलमेट लगाने की सलाह दी गई। यह पुलिस कर्मियों को दवा तथा चश्मे का भी निशुल्क वितरण भी किया गया।
सीपी की पहल पर लगा शिविर डाक्टर शरद वाजपेयी ने स्वयं की जांच

पुलिस कर्मियों को आखों की समस्या से बचाने और इनकी आखों को सुरक्षित रखने के लिये यह शिविर पुलिस आयुक्त रघुबीर लाल की पहले पर कनिका हॉस्पिटल और अपराध मुक्त सामाजिक चिकित्सा समिति की ओर से सोमवार को पुलिस कमिश्नर कार्यालय पर पुलिसकर्मियों के लिए एक निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में प्रमुख नेत्र रोग विशेषज्ञ डाक्टर शरद वाजपेयी री मौदूगही में उनकी टीम के डाक्टरों द्वारा पुलिसकर्मियों की आंखों की निःशुल्क जांच की गई, साथ ही उन्हें मुफ्त दवाएं और चश्मे भी वितरित किए गए।
मोतियाबिंद का होगा निशुल्क आपरेशन

आंखों की जांच के लिये लगाए गए इस शिविर में दो सौ से ज्यादा पुलिस कर्मी अपनी आखों की जांच कराने पहुंचे। पुलिसकर्मियों ने अपनी आंखों की जांच कराई। संस्था की ओर से यह घोषणा भी की गई कि जिन पुलिसकर्मियों को मोतियाबिंद की समस्या पाई जाएगी, उनका ऑपरेशन भी संस्था द्वारा निःशुल्क किया जाएगा।
बाइक चलाते समय हेलमेट या चश्मी जरूर लगाएं
शिविर में जांच कराने पहुंचे पुलिस कर्मियों को सलाह दी गई कि वह बाइक चलाते समय हेलमेट अवश्य लगाएं अगर आखों में टेस्ट किया हुआ चश्म लगाते हैं तो जरूर लगाएं और अगर चश्म टेस्ट नहीं है तो भी धूप का चश्मा लगाएं क्योंकि अक्सर गर्मी में लू तथा सर्दी में ठंढी हवा से आंखें ड्राी हो जाती है जो आगे चलकर समस्या बनती हैं।
अपराध मुक्त सामाजिक चिकित्सासमिति के अध्यक्ष आशुतोष बाजपेई ने बताया, “हमारी संस्था काफी लंबे समय से अलग-अलग जगहों पर इस तरह के स्वास्थ्य शिविर लगाती आ रही है। साथ ही, हम कानपुर जिला कारागार में भी लंबे समय से निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना है। पुलिस बल के लिए आयोजित यह शिविर उनकी सेवा और समर्पण के प्रति सामाजिक संस्थाओं की सराहनीय पहल को दर्शाता है। यहां समिति के प्रदेश सचिव प्रदीप पांडेय, अंकुश अग्रवाल, योगेश वाजपेयी आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।
