निशंक न्यूज, बिहार डेस्क
बिहार। बिहार चुनाव की तारीख जैसे जैसे करीब आ रही है बिहार में राजनीतिक हलचल बढ़ती जा रही है। मंगलवार को मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने महिलाओं को नौकरी में आरक्षण देने का ऐलान कर चुनावी तीर चलाया तो बुधवार को यहां के चर्चित सांसद मतदाता पुनरिक्षण के विरोध सहित कुछ प्रमुख मामलों में बिहार में चक्का जाम कर अपनी ताकत दिखाएंगे। इस चक्का जाम कुछ प्रमुख नेताओं का भी पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव को समर्थन मिलने की बात कही जा रही है। यह चक्का जाम सफल रहा तो बिहार चुनाव में पप्पू यादव की भूमिका और महत्वपूर् हो सकती है।
पूरे एक्शन में नजर आ रहे हैं सांसद पप्पू यादव
पिछले कुछ समय से पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव पूरे एक्शन मोड़ में नजर आ रहे है। आपको बता दे कि बिहार विधानसभा चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं बाकी है और इसी बीच राज्य चुनाव आयोग प्रदेश में मतदातओं के वोटों का पुनरिक्षण कारय कर रहा है जिसमें बोगस वोटो को मतदाता सूची से हटा कर असली और बिहार में रहने वाले लोगों के नाम जोड़े जा सकें। हलांकि बिहार के अधिकांंश राजनीतिक दल चुनाव आयोग के इस कदम का विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस और लालू प्रसाद यादव के राष्ट्रीय जनता दल ने चुनाव आयोग की मंशा पर पहले ही सवाल उठाया है। इस मामले में एक कदम आगे आते हुए पुर्णया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने पिछले दिनों पुर्णिया में कहा था कि चुवान आयोग पूरी तरह से आरएसएस और बीजेपी का दफ्तर बनते चले जा रहे है, जिसका बिहार की जनता पूरी तरह विरोध करेगी।
कांग्रेस का भी मिल सकता है समर्थन

पप्पू यादव ने कहा था कि 9 जुलाई को मतदाता सूची पुनरिक्षण के कार्य को लेकर बिहार में पूरी तरह बंद रहेगा और इसमें कांग्रेस का भी साथ मिलने की बात हुई है। सांसद ने कहा कि चुनाव आयोग के कार्यालय और बीजेपी दफ्तर को भी घेरा जाएगा। पूरी तरह से बंद कर के भाजपा द्वारा बिहार की जनता से किये जा रहे छलावे को बेनकाब किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 9 जुलाई को हम पूरे बिहार में सड़क बंद करेंगे, बिहार बंद करेंगे. यही नहीं सांसद ने कहा कि हम चुनाव आयोग के कार्यालय को घेरेंगे। पप्पू यादव ने बताया कि हम आज हाई कोर्ट जा रहे हैं, मामला दायर करेंगे और इस पूरे लड़ाई में कांग्रेस के साथ हैं। चुनाव आयोग आरएसएस का दफ्तर बन गया है, उसको रोकना ही होगा। जो संवैधानिक दायित्व के लिए खतरा बन जाए उसके लिए जनता तैयार है। चुनाव आयोग भगवान, अलादीन का चिराग है क्या ? आरपार की लड़ाई होगी, बिहार और बिहारी की अस्मिता के लिए जान भी देना होगा तो देंगे। आपको बतादें कि इससे पहले पप्पू यादव ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा था कि बिहार के युवा, दलित, अति पिछड़े, अल्पसंख्यक और सर्व समाज के लोगों से विनम्र आग्रह हैं कि बीएलओ कर्मी भी अपने भाई बहन ही हैं। वह हमें फोन कर के सारी जानकारी दे रहे हैं। वह लोग भी सरकार के भीषण दबाव में काम कर रहे हैं और मतदाता पुनरीक्षण के लिए उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।