बिहार चुनाव के पहले नीतीश ने दौड़ाई मैट्रो

निशंक न्यूज डेस्क।

पटना। किसी भी तरह एक बार फिर सत्ता में आने के लिए सरकारी खजाना खोलने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने चुनाव जीतने के लिए एक और दांव चला है। सोमवार को चुनाव घोषित होने के कार्यक्रम की जानकारी होने के पहले ही नीतीश सरकार ने बिहार वासियो को मैट्रो का तोहफा दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को पटना मेट्रो को हरी झंडी दिखाई। इसके साथ ही बिहार के लोगों का सालों का इंतजार खत्म हो गया। उद्घाटन के बाद पटना मेट्रो का परिचालन शुरू हो गया।

फिलहाल इन स्थानों के लोगों को मिलेगा लाभ

जानकारों की मानी जाए तो फिलहाल पटना मेट्रो की रेड लाइन के प्राथमिक कॉरिडोर पर न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल से भूतनाथ स्टेशन के बीच नियमित संचालन किया जाएगा जिससे यहां रहने वाले हजारों लोगों को मेट्रो की सुविधा का लाभ मिलेगा। यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मेट्रो कॉरिडोर वन की आधारशिला भी रखी। जिसके तहत 6 अंडरग्राउंड स्टेशन और पटना जंक्शन से रुकनपुरा तक 9.35 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाई जायेगी।

आज शाम को होगा चुनाव की तारीखों का ऐलान

इधर बताया गया है कि चुनाव आयोग आज बिहार विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करेगा। वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है। राजनीतिक दलों ने छठ पर्व के बाद चुनाव कराने का आग्रह किया है ताकि मतदाताओं की अधिक भागीदारी हो सके। पिछला विधानसभा चुनाव तीन चरणों में हुआ था।

शाम चार बजे बुलाई चुनाव आयोग ने कांफ्रेस

चुनाव आयोग सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है इसके लिये चुनाव आयोग ने शाम 4 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। 243 सदस्यीय राज्य विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है। राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग से अक्टूबर के अंत में मनाए जाने वाले छठ पर्व के तुरंत बाद चुनाव कराने की मांग की है ताकि अधिक से अधिक मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित की जा सके, क्योंकि दूसरे जनपदों में नौकरी अथवा रोजगार करने वाले बड़ी संख्या में त्योहार मनाने के लिये अपने घर आते हैं माना जा रहा है कि अगर इस समय चुनाव होते हैं तो मतदान प्रतिशत बढ़ सकता है।

पिछले चुनाव में करीब 57 फीसद हुआ था मतदान

जानकारों की मानी जाए तो बिहार में कोविड के बाद 2020 में हुए विधानसभा चुनाव में तीन चरणों में हुए मतदान में 56.93 फीसद मतदान हुआ था। इस बार कई राजनीतिक दलों ने एक चरण में चुनाव कराने की मांग की है। चुनाव आयोग सोमवार को होने वाली प्रेस कांफ्रेस में इस पर अपना फैसला सुनाएगा कि मतदान एक चरण में होगा अथवा एक से ज्यादा चरण में।

पीके बिगाड़ रहे एनडीए-महागठबंधन के समीकरण

बिहार चुनाव में मुख्य लड़ाई एनडीए और महागठबंधन के बीच में है, लेकिन एक नया आयाम प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी जोड़ रही है, जो खुद को बिहार की राजनीति में एक वैकल्पिक ताकत के रूप में स्थापित कर रही है।पिछले विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन ने 125 सीटों के साथ बहुमत हासिल किया, जबकि महागठबंधन ने 110 सीटें जीतीं। राजद 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी।

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